कला-संस्कृति राष्ट्रीय एकता की संदेशवाहक : पूर्वोत्तर की लोक कला March 5, 2015 / March 6, 2015 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी साहित्य,गीत-संगीत,कला तथा लोककला आदि ऐसे माध्यम हैं जिनके द्वारा क्षेत्रीय आधार पर देश में एकता व मज़बूती सुनिश्चित की जा सकती है। इतना ही नहीं बल्कि इनके आदान-प्रदान से वैश्विक स्तर पर भी सांसकृतिक दर्शन का आदान-प्रदान होता रहता है। विभिन्न अलग-अलग राज्यों,क्षेत्रों व देशों के लोग साहित्य,गीत-संगीत,कला तथा लोककला आदि के माध्यम […] Read more » पूर्वोत्तर की लोक कला