कविता फूलों जैसी कली है बेटी February 17, 2024 / February 17, 2024 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment प्रियंका कोशियारी कपकोट, उत्तराखंड फूलों जैसी कली है बेटी। तितली जैसी उड़ान है उसकी। कर सकती है वो भी सबकुछ। अपने पिता की शान है वो। मेहंदी के रंग के बदले। हाथों में होगी कलम उसके।। ना बांधो यूं ज़ंजीरों में उसको। तोड़ दो सारे बंधन उसके।। साक्षरता का दीप जलाकर। अंधियारा वह दूर भगाएगी।। न […] Read more » फूलों जैसी कली है बेटी