धर्म-अध्यात्म खालसा पंथ आज ज्यादा प्रासंगिक / गिरीश पंकज April 13, 2012 / April 13, 2012 by गिरीश पंकज | Leave a Comment बैसाखी पर्व पर विशेष सूरी सो पहचनिए, जे लड़े दीन के हेत। पुरजा-पुरजा कट मरे , कबहूँ न छाड़े के। श्री गुरुग्रंथ साहब की अमर वाणी को अपने जीवन में साकार करने वाले सिखों के दसवें गुरू गोबिंद सिंघजी ने सन् 1699 में बैसाखी के दिन सिख पंथ की स्थापना की थी। उस वक्त वे […] Read more » खालसा पंथ बैशाखी