कविता दूसरे को समझाने में सफल,अपने आप में असफल April 30, 2018 by आर के रस्तोगी | 1 Comment on दूसरे को समझाने में सफल,अपने आप में असफल पत्थर में भगवान है,यह समझने में धर्म सफल रहा पर इंसान में इंसान हे,वह समझने में धर्म असफल रहा दूसरो को समझाने में इंसान सफल रहा अपने को समझाने मे इंसान असफल रहा इंसान ने भलाई की भला रहा , बुराई की बुरा रहा इस बात को समझ कर भी, इंसान असफल रहा बाबा […] Read more » Featured इंसान कड़ी मेहनत कलयुग पत्थर भक्तों भगवान सफल समझाने
कविता संत से बना है शैतान आसाराम April 26, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment त से बना है शैतान आसाराम हजारो गलत किये इसने काम उन काली करतूतों के ही कारण काल कोठरी में बंद हुआ आसाराम जज ने जब अपना निर्णय सुनाया अपने कर्मो का फल इसे याद आया भरी अदालत में सिर पकड कर सुबक सुबक कर रो रहा था आसाराम तीन गवाहों को मरवाया था इसने […] Read more » Featured अहमदाबाद आसाराम आस्था पाकिस्तान भक्तों शैतान