विविधा भारतीय वर्णाश्रम व्यवस्था एवं लोकतंत्र April 7, 2014 / April 7, 2014 by कन्हैया झा | Leave a Comment -कन्हैया झा- भारतीय लोकतंत्र का आधार वर्णाश्रम व्यवस्था है. वेदों की ही भांति वर्णाश्रम व्यवस्था का ज्ञान ईश्वरीय अथवा आकाशीय है, और भारत की प्राचीनतम विद्या ज्योतिष में निहित है. किसी भी जन्मकुंडली में चार पुरुषार्थों धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष में से प्रत्येक के तीन घर निश्चित हैं. लग्न से जीवन का आरम्भ होता […] Read more » indian system and democracy भारतीय वर्णाश्रम व्यवस्था एवं लोकतंत्र भारतीय वानप्रस्थ व्यवस्था एवं लोकतंत्र