लेख साहित्य फुटपाथ पर सोया बालक और मेरा ममत्व November 4, 2015 / November 4, 2015 by अनुप्रिया अंशुमान | Leave a Comment मुझे ये लगता है कि माँ होना या माँ बनना, दोनो ही बातें, अपने में एक विशेषता लिए आती है । हमेशा ही मेरी आँखें माँ के नाम पर नम हो जाती है; और माँ बनने की अभिलाषाओं को त्वरित कर देती है । कहते है कि स्त्री तब तक माँ नहीं बनती जब तक […] Read more » फुटपाथ पर सोया बालक मेरा ममत्व