कविता मेरे प्रियतम December 4, 2023 / December 4, 2023 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment तुम अगले जन्म में मिलना तब शायद पांव में न बंधी होगी रूढ़ियों की जंजीर, परम्पराओं के बोझ तले न सिसके तब यूँ मेरी पीर, तब आदर्श नारी बनने की अपेक्षाओं से पहले समझी जाऊंगी शायद एक सुकुमार सी लड़की, तब फर्ज की बलिवेदी पर नहीं चुनी जाएगी केवल स्त्री, मादा है तो इसकी क्या […] Read more » मेरे प्रियतम