विविधा मेरे शहर का मॉल कल्चर July 15, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on मेरे शहर का मॉल कल्चर -मनोज लिमये पश्चिमी ऑंधी ऐसी चली कि गाँव में लगने वाले स्वदेशी हाट धीरे-धीरे मेलों में बदले और अब देखते ही देखते ये मेले मॉल में कनवर्ट हो रहे हैं। मेरे शहर में भी आजकल एक विशेष टाईप की गंध पसरी हुई है ये गंध शहर के नवनिर्मित शॉपिंग मॉलों से निकल रही है। आदमी, […] Read more » Mall मॉल कल्चर