कविता याद है मुझे आज भी बारिश का दिन सुहाना December 3, 2014 by लक्ष्मी जायसवाल | Leave a Comment याद है मुझे आज भी बारिश का दिन सुहाना वो तुम्हें देखकर मेरा खुद से ही नज़रें चुराना। महफ़िल के बीच छुपकर तुमसे नज़रें मिलाना याद है मुझे आज भी बारिश का दिन सुहाना। याद है मुझे आज भी वहां मेरा वो देर से आना बातें करते-करते तुम्हारी बातों में खो जाना। तुमसे और बात […] Read more » याद है मुझे आज भी बारिश का दिन सुहाना