कविता मातृभूमि का कर्ज़ अभी बाकी है March 23, 2015 by नरेश भारतीय | Leave a Comment नरेश भारतीय वह क्रांति का शंखनाद था अन्याय के अंत का उनका आह्वान था शोषणमुक्त समाज के निर्माण का सन्देश था बिना किसी प्रतिदान या इनाम की उम्मीद के मातृभूमि की मुक्ति का यह महासंकल्प था हँसते हंसते मृत्यु को जो गले लगाने चल पड़े उन शहीदों को नमन, शत शत नमन, शत […] Read more » poem on Bhagat Singh poem on bhagat singh in martyrs day poem on martrys day भगत सिंह के बलिदान दिवस पर राजगुरु के बलिदान दिवस पर सुखदेव के बलिदान दिवस पर