धर्म-अध्यात्म लेख मेरे मानस के राम : अध्याय 42 September 10, 2024 / September 10, 2024 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment मन मैला लंकेश का… रावण का एक-एक योद्धा संसार से विदा हो रहा था। अब उसके पास अपना सबसे बड़ा योद्धा उसका अहंकार ही शेष बचा था। यद्यपि इसी अहंकार ने उसके अनेक योद्धाओं का अंत करवा दिया था। उसके हरे-भरे देश को शवों का ढेर बना दिया था। अब ऐसी स्थिति आ चुकी थी, […] Read more » लंकेश