विश्ववार्ता कायदे आजम, वायदे आजम और फायदे आजम April 22, 2013 / April 22, 2013 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य 1947 में जब देश बंटवारे की तरफ बढ़ रहा था, तो उस समय देश के पांच बड़े नेताओं की मानसिकता कुछ इस प्रकार थी- जिन्नाह तपेदिक से बीमार थे। गांधी ‘बाबा’ लाचार थे। नेहरू सत्ता के लिए तैयार थे। सबसे अधिक चिंतित सरदार थे। माउंटबेटन सबसे मक्कार थे। सचमुच देश की सारी […] Read more » कायदे आजम वायदे आजम और फायदे आजम