जन-जागरण विहिप की सामाजिक – समरसता September 3, 2014 by राजीव गुप्ता | Leave a Comment राजीव गुप्ता समाजशास्त्रियों के अनुसार सामाजिक समूहों में मिलजुलकर रहने के कारण मनुष्य को सामाजिक प्राणी की संज्ञा दी गई है. उनका मानना है कि मिलजुलकर रहने से सभी प्रकार के छोट – बडे समूहों में रहने वाले सामाजिक प्राणियों के बीच टकराव की स्थिति भी आती है. परिणामत: इन छोटे – बडे समूहों के […] Read more » विहिप की सामाजिक – समरसता