चिंतन संप्रदाय धर्म के विकास का चरण नही होता June 27, 2013 / June 27, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 6 Comments on संप्रदाय धर्म के विकास का चरण नही होता डार्विन के विकासवाद के सिद्धान्त ने कुछ लोगों को बहुत अधिक भ्रमित कर दिया ऐसे भ्रमित लोगों का तर्क होता है कि धर्म का विकास धीरे-धीरे हुआ और जैन,बौध,इसाइयत और इस्लाम धर्म के विकास के अगले चरण हैं। उनका मानना है कि इन सब धर्मों के सम्मिलित प्रयास से धर्म का वास्तविक स्वरूप बनकर के […] Read more » संप्रदाय धर्म के विकास का चरण नही होता