व्यंग्य “सदी की शादी” (व्यंग्य) July 22, 2024 / July 22, 2024 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment “जय श्रीराम शुक्लाजी, कहाँ से लौट रहे हैं इतनी गर्मी में ? आसमान स आग बरस रही है और आप स्कूटर घर में रखकर साइकिल भांज रहे हैं । काहे बचा रहे हैं इतना पैसा” मैंने उन्हें अभिवादन करते हुए उन्हें शब्दों की चिकोटी काटने की कोशिश की। “राम -राम, कैसे हो कुमार खुराफाती। तुम […] Read more » सदी की शादी