जन-जागरण नमो-नमो हक़ीक़त नहीं, सपनों का सौदागर ! September 7, 2014 by नीरज वर्मा | 24 Comments on नमो-नमो हक़ीक़त नहीं, सपनों का सौदागर ! – नीरज वर्मा- सपने बेचना कोई खेल नहीं ! तमाशा नहीं ! हुनर चाहिए ! एक हुनर-मंद गया ! दूसरा अभी-अभी आया है ! बदकिस्मती से ये तमाशा बदस्तूर जारी है ! देश को 60,000 करोड़ की एक बुलेट ट्रेन चाहिए या इसी रकम में सैकड़ों एक्सप्रेस ट्रेनों का कायाकल्प चाहिए ? बुलेट ट्रेन में […] Read more » नमो नमो-नमो हक़ीक़त नहीं नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री सपनों का सौदागर !