महिला-जगत सामाजिक विसंगतियों की परिणति है कन्या भ्रूणहत्या March 7, 2015 by जगमोहन ठाकन | Leave a Comment प्रकृति के साथ की गयी छोटी सी भी छेड़खानी पर प्रकृति गुणात्मक रूप से प्रतिक्रिया करती है , जिसके परिणामस्वरूप समाज को काफी क्षति झेलनी पड़ती है .लिंगानुपात में आये असंतुलन का कारण भी मनुष्य द्वारा प्रकृति की इच्छा के विरोध में अपनाए गए तरीके ही हैं . जब समाज में पनपती बुराइयों व […] Read more » कन्या भ्रूणहत्या सामाजिक विसंगतियों की परिणति है