साहित्य साहित्य की मुख्य धारा में समकालीन गीत March 25, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -भारतेंदु मिश्र- साहित्य को समाज का दर्पण कहा गया है और वह कई मायने में है भी। अब यदि साहित्य की मुख्यधारा की बात करें तो उसमे गद्य की ही अनेक विधाए आती हैं। यह हमें स्वीकार करना होगा कि यह गद्य का युग है। अब गद्य और पद्य का भेद मिट गया है।अर्थात छन्दहीन नीरस […] Read more » on the base of literatute साहित्य की मुख्य धारा में समकालीन गीत