व्यंग्य

सबसे बड़ा आलराउंडर !

कस्तूरी दिनेश

“विश्व-सुन्दरी” प्रतियोगिता की तरह दिल्ली में अभी कुछ दिनों पहले “विश्व-श्रेष्ठ आल राउंडर” प्रतियोगिता रखी गई | विजयी प्रतियोगी को पांच लाख रूपये नगद और हीरा जड़ा चांदी का कप देने की घोषणा की गई | शर्त यह रखी गई कि जो शख्स सबसे अधिक विधाओं में निपुणता प्रदर्शित कर सके, उसे ही “विश्व सर्वश्रेष्ठ आलराउंडर” का प्रतिष्ठापूर्ण ताज पहनाकर सम्मानित किया जाए और नगद पांच लाख रूपये तथा चांदी का हीरा जड़ा कप प्रदान किया जाए !                                                                                                                                                  

प्रतियोगिता का शुभारम्भ हुआ | सबसे पहले क्रिकेट के आलराउंडर आए और माईक पर उन्होंने अपने आलराउंडर यश का बखान करते हुए बताया कि वह देश के सर्वश्रेष्ठ बैट्समैन,बॉलर, फ़ील्डर और विकेटकीपर भी हैं | निर्णायक समिति में बैठे सदस्यों ने जनता की तालियों के साथ उनके नाम के आगे ज्यादा से ज्यादा अंक लिखे | फ़ुटबाल के प्रतियोगी ने बताया कि वे गोलकीपर होने के साथ-साथ ग्राउंड में किसी भी पोजीशन  पर खेलने की महारत रखते हैं | उन्होंने अपने खेल का वीडियो भी मंच के बाहर लगे परदे पर दिखाया ! अपराधी की बारी आई तो उसने बताया कि वह चोरी, डकैती, पॉकेटमारी, हत्या, खूंरेंजी सब में एक्सपर्ट है | कई हैरतअंगेज कारनामे करने के बाद भी थाने में याराना होने के कारण आज तक पुलिस-डिपार्टमेंट उसे कभी पकड़ नहीं पाया | लेखक की बारी आयी तो उन्होंने कहा कि वह कविता,कहानी,निबन्ध,व्यंग्य,यात्रा-वृतांत सब लिख सकते हैं,भले ही कोई पढ़े या न पढ़े |                                                                                                   कुश्तीबाज जैसे ही मंच पर आये समय का अभाव बताकर मंत्री जी वहाँ से चले गए | पहलवान ने धोबी पाट से लेकर अपने सभी दाँवों का मंच पर आसीन सम्मानित अतिथियों पर प्रयोग करके,उनमें से कईयों को अस्पताल भेजते हुए खूब तालियाँ और प्रशंसा बटोरीं| महिला प्रतियोगी ने बताया कि वह बच्चे पालने,सास-ससुर की साज-सम्हार, भोजन बनाने,झाड़ू-बहारू,कपड़ा-धुलाई,के साथ-साथ नौकरी को भी कुशलतापूर्वक अंजाम देती हैं | इसके बाद मंच पर नेताजी का पदार्पण हुआ | उनके सद्गुणों के बारे में जनता को पहले से ही पता था | उनके आते ही जनता ने “हूट रूपी” ताली और जयकारा के साथ उनका यह कहते हुए स्वागत किया कि उनके यश और गुण सबको पता हैं ! आयोजकों को नेता जी को बिना बोले ही मंच से सादर उतारना पड़ा | इसके साथ ही प्रतियोगिता समाप्त हुई |                                                                                                                                                 निर्णय मुख्य अतिथि के पास आ गया | वे माइक पर आकर महिला प्रतियोगी का नाम सर्वश्रेष्ठ आल राउंडर के रूप में घोषणा करने ही वाले थे कि तभी पंडाल पर एक मुरझाये चेहरे वाला, मरियल सा व्यक्ति जबरदस्ती आ धमका | कार्यक्रम के आयोजक उसे भगाने वाले थे, तभी अध्यक्ष जी ने उन्हें ऐसा करने से रोका और उस मरियल व्यक्ति को अपने आलराउंडर गुणों के बारे में बताने को कहा | वह व्यक्ति माईक थामता हुआ पिनपिनाया—“बंधुओ, मैं टीचर हूँ | मैं स्कूल में बच्चों को पढाता-लिखाता तो नहीं के बराबर हूँ परन्तु इसके बदले मैं ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, म्युनिसपालटी, लोक-सभा, राज्यसभा का चुनाव करवाता हूँ | इतना ही नहीं, जनगणना, महतारी-वन्दन, पशु-गणना, आयुष्मान-कार्ड, मतदाता सत्यापन, पोलियो, सिकलसेल अभियान में भी एक्सपर्ट हूँ | मोहल्लों और स्कूल के आसपास के कुत्तों का पता लगाने के साथ शौचालय की गणना करना मेरा ही काम है | मैं ही मतदान केंद्र बनाता हूँ और मतदाता जागरण अभियान भी मैं ही कुशलतापूर्वक चलाता हूँ | मौक़ा आता है तो मंडी में धान खरीदी के वक्त मैं सरकार का फरमान भी पूरा करता….!                                                                                                                                            उनकी बात पूरी नहीं हो पाई थी कि पब्लिक चिल्ला उठी-“ताज इन्हीं को पहनाया जाए, सर्वश्रेष्ठ आल राउंडर यही हैं…|” हंगामे के बीच कुछ दबंग लोग मंच पर चढ़ गये और अध्यक्ष के हाथ से इनाम का चेक,चांदी का हीरा जड़ा कप और ताज छीनकर मास्टर साहब को पहनाते हुए उसे कंधे पर उठाकर वहीं मंच पर नाचते हुए नारा लगाने लगे—“आज की प्रतियोगिता के विजेता हमारे मास्टर साहब …! मास्टर साहब सर्वश्रेष्ठ आलराउंडर…! हमारे मास्टर साहब की जय…! हिप…हिप …हुर्रे !

कस्तूरी दिनेश