बलिदान अपने शहीदों का व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
चीन कर ले तू जितनी तैयारी,तुझे धूल चटा देगे।।
लेंगे हर शहीद का बदला,तुझे जिंदा ही दफना देंगे।
अगर आंखे उठाई इधर तूने,तेरी आंखें निकाल देंगे।।
समझता क्या तू अपने को,तेरी हैकड़ी निकाल देंगे।
घिरा है तू चौदह देशों से,उनसे भी आक्रमण करा देंगे।।
करता है घमंड सस्ते माल पर,उसे भी बंद करा देंगे।
हर चीज भारत में बनेगी,भारत को आत्मनिर्भर बना देंगे।।
मत समझ बासठ का भारत,ये बीस का हिन्दुस्तान है।
इस मुल्क का हर बासिंदा ,तेरी मौत का अब निशान है।।
जब तक हर शहीद का बदला न लेले,तुझे चैन से बैठने न देंगे।।
तुझको अपनी एक इंच जमीं पर कब्जा नहीं होने देंगे।।
चीन कर ले तू जितनी मक्कारी, तेरी हर मक्कारी निकाल देंगे।
हर शहीद का बदला लेकर,तेरी नाको तले हम चने चबा देंगे।
चल रहे जितने ऐप तेरे,उन्हें भी विश्व से बन्द करा देंगे।
तेरे सोशल मीडिया को भी उल्टे सिर के बल लटका देगे।
इन शब्दों के माध्यम से ही,तेरा सीना छलनी कर देंगे।
तेरे हर तरह के हथियारों को अब हम,
छलनी कर देंगे।
आर के रस्तोगी