यह वही बिहार है

—विनय कुमार विनायक
यह वही बिहार है
जहां मां सीता निकली थी भूमि से!
यह वही बिहार है
जहां कर्ण दानवीर निकले थे गंगा से!
यह वही बिहार है
जहां वर्धमान महावीर जन्मे,जिन बने!
यह वही बिहार है
जिसके सपूत चंद्रगुप्त मौर्य के भय से
विश्वविजेता सिकंदर भागा!
यह वही बिहार है जिसके सपूत
अशोक ने अरब तक राज्य किया,
और लंका समेत विश्व में बौद्ध धर्म फैलाया!
यह वही बिहार है
जहां गुरु गोविंद सिंह अवतार लिए थे!
यह वही बिहार है
जो विश्व में लोकतंत्र की पहली भूमि है!
यह वही बिहार है
जिसमें भारत का सब नाम समाहित है!
बी से भारतवर्ष;
जिसके धर्म-संस्कृति में बड़ा उत्कर्ष!
आई से इंडिया;
हिन्दया है एशिया का मुखिया!
एच से हिन्दुस्तान;
यह है जगत गुरु का शुभनाम!
ए से आर्यावर्त;
वैदिक ऋषिवंशियों का ये आवर्त!
आर से रेवा;
जो जम्मूदीपे, भारतवर्षे, रेवा खंडे!
यह वही बिहार है
जिसकी राजधानी पटना में
सभी मिसाइलों की संज्ञा रची-बसी!
पी से ‘पृथ्वी’
पृथ्वी के आक्रमण से नष्ट होगा वैरी संसार!
ए से ‘अग्नि’;
अग्नि का करें उच्चार शत्रु नहीं करेगा वार!
टी से ‘त्रिशूल’;
शत्रु को निर्मूल कर दे वैसा त्रिशूल का प्रहार!
एन से ‘नाग’;
नाग के विषदंश से शत्रु करने लगते हाहाकार!
ए से ‘आकाश’;
आकाश के प्रहार से शत्रुओं की होती है हार!
यह वही बिहार है
जिसने पाणिनि सा संस्कृत वैयाकरण दिया!
यह वही बिहार है
जिसने देश को प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद दिया!
यह वही बिहार है
जिसने अंक प्रणाली सूर्य सिद्धांत के जन्मदाता
आर्यभट्ट सा विश्व को पहला वैज्ञानिक दिया था!
वो बिहार ही था जिसके चंपारण से गांधी जी ने
स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल बजाया था!
यह वही बिहार है
जिसने संपूर्ण क्रांति के नायक जयप्रकाश जना था!
यह वही बिहार है
जिसने दिनकर, नागार्जुन, रेणु सा साहित्यकार दिया!
—विनय कुमार विनायक

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