कविता

अनुबाद

जीवन  मृत्यु में अनुबाद होता है

धीरे-धीरे,  बेहद धीरे-धीरे l

पिता से  पुत्र का अनुवाद

पुत्र से पिता का,

माँ से  बेटी का अनुवाद

पुनः बेटी से मां का

बादल से वर्षा और बरसा से बादल

जल का सटिक अनुवाद असंभव है

जब तक प्यास  का अनुवाद न हो जाए

सभी अनुवाद पूरा पूरा असंभव हैं

अनुवाद में

कभी-कभी कई चीज़ें मर जाती हैं

कभी-कभी सब कुछ मर जाता है

जैसे  मानव का अनुबाद बंदर से

और  जीवन का अनुवाद मृत्यु से।