प्रवक्ता डॉट कॉम के सातवें स्थापना दिवस के अवसर पर ‘वेब मीडिया की बढ़ती स्वीकार्यता’ विषय पर आयोजित तृतीय लेख प्रतियोगिता के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं।
प्रतियोगिता के परिणाम निम्नलिखित हैं –
प्रथम पुरस्कार – श्री मुकेश कुमार
द्वितीय पुरस्कार – श्री पीयूष द्विवेदी
तृतीय पुरस्कार – श्री शिवेन्दु राय
इस प्रतियोगिता में कुल 15 आलेख हमें प्राप्त हुए थे। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त विजेताओं को 16 अक्टूबर 2014 को सायं 4.30 बजे स्पीकर हॉल, कांस्टीट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा एवं सभी प्रतिभागियों को सहभागी प्रमाणपत्र भी दिए जाएंगे।
‘वेब मीडिया की बढ़ती स्वीकार्यता’ पर श्री मुकेश कुमार और श्री पीयूष द्विवेदी द्वारा लिखे विचार पढ़े हैं| आज यह विचार अधिकांश शिक्षित युवा उपयोगकर्ताओं के लिए सामान्य ज्ञान बन कर रह गए हैं| वेब मेडिया की बढती स्वीकार्यता को लेकर मेरी चिंता का विषय उन विचारों से है जो इन लेखों में व्यक्त नहीं किये गए हैं| कुछ एक वर्षों से देख रहा हूँ कि भारतीय वेब मीडिया पर जाने के लिए फेसबुक अथवा अन्य विदेशी वेबसाईट के माध्यम से प्रवेश (लॉगिन) करना आवश्यक हो गया है और इस कारण व्यक्तिगतता और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर यह स्थिति विचारणीय है| यह समझते हुए कि व्यक्तिगत और राष्ट्रीय स्तर पर हमारे विचार एक खुली पुस्तक के समान हैं, हमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वेब मीडिया में भेद का पूरा अनुमान होना चाहिए| उदाहरणार्थ, “सर्च इंजन गूगल ने इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तान में इंटरनेट पर सबसे अधिक खोजा जाने वाला विषय ‘सेक्स’ ही है. और पाकिस्तान “सेक्स” शब्द सर्च करने में विश्व में सबसे आगे है|” स्रोत: jagaranjunction.com (११.१.२०१२) जनरल डब्बा!