तुर्की का राष्ट्रपति चुनाव! पीएम, राष्ट्रपति का उम्मीदवार

1
195

-फख़रे आलम-
TURKEY PRESIDENT ELECTION

तुर्की की राजनीति इतिहास का यह एक अनोखा अध्याय होगा, जब तुर्की की राजनीति का सर्वेसर्वा तुर्कों के राष्ट्रपति होंगे। राष्ट्रपति के चुनावी प्रक्रिया में आई बेसुमार बाधओं के पश्चात् तुर्की में राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। और इस पद के लिए तुर्की के सर्वोच्च राजनीति पद पर लम्बे समय से विराजमान तैयब अरदेगान सबसे आगे बताए जाते हैं। तुर्की के प्रधानमंत्री तैयब अपने राष्ट्रपति चुनाव के लिये प्रचार का आरम्भ 5 जुलाई से कर चुके है। राष्ट्रपति के चुनाव के लिये तीन व्यक्ति चुनावी मैदान में है। तुर्की की सत्ता में रहने वाली जस्टिस एण्ड डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से रज्जब तैयब अरदेगान, रिपब्लिक पिपुल्स पार्टी की ओर से, और नेशनल मैमेन्ट के साझा उम्मीदवार अकबर उद्दीन ऐहसान और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से सलाहउद्दीन ताश मैदान में है।

राष्ट्रपति पद के सबसे प्रबल दावेदार और तुर्की के सपफल एवं लोकप्रिय प्रधानमंत्री रज्जब तैयब अरदेगान का राजनीति ओर उनका जीवन प्रेरणादायक है। रज्जब का जन्म 1954 के वर्ष रिजे शहर के गवैनेसु में हुआ था। निधर्नता और गरीबी के कारण उनका परिवार अस्तम्बूल के समीप कासीम पाशा में आबाद हो गया। तैयब अपने प्राइमरी के दिनों और पढ़ाई के क्रम में पानी बचेने का काम करते थे। प्राइमरी के बाद उन्होंने इमाम खतीब के स्कूल से उच्च शिक्षा प्राप्त किया। तैयब ने धर्मिक शिक्षा के साथ साथ सामान्य शिक्षा भी साथ साथ लेते रहे। उच्च शिक्षा उन्होंने मरमरा विश्वविद्यालय से वाणिज्य में लिया। तैयब को बचपन से फुटबॉल का बड़ा शौक था। उन्होंने अस्तम्बुल स्थित कई संस्थानों की ओर से पेशावराना तौर पर फुटबॉल खेला! अस्तम्बुल स्थित परिहन विभाग की ओर से फुटबॉल कप विजय होने के वर्ष उन्होंने राजनीति में कदम रखा था। तैयब ने 22 वर्ष की आयु में अर्थात् 1976 में नजमुद्दीन की पार्टी मिल्ली सलामत पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। साथ ही पार्टी ने उन्हें युवा मोर्चो का अध्यक्ष नियुक्त किया था। 1980 में मार्शल लॉ के अधीन तैयब कुछ समय के लिये राजनीति से अलग रहे। आपातकाल के पश्चात् जब राजनीति दलों को देश में काम करने की अनुमति मिली तो वह अपनी पार्टी के एक्जिक्यूटिव कमेटी में आ गये। 1994 में अस्तम्बूल के मैयर निर्वाचित हुये, स्तम्बूल के मैयर की हैसियत से उन्होंने शहर को ट्रैफिक और पानी की समस्याओं से निकाला और मध्यवर्ग में तैयब बहुत लोकप्रिय हुए और यहीं से देश भर में तुर्की के लोगों ने उन्हें जाना भी और पहचाना भी।

लगातार वह शहर से लेकर देशभर में लोकप्रिय होते चले गये। अपने मैयर काल में उन्हें न्यायाल से आठ महीने की कैद हुई और इन आठ महीनों की कैद के दौरान तैयब के राजनीति जीवन की नई शुरूआत हुई। 2001 में तैयब ने अपने समर्थकों के साथ जस्टिस एंड डिवलपमेंट पार्टी में शामिल हो गये। अर्थात् इस नई पार्टी के गठनकर्ता के रूप में उन्हें जाना जाता है। पार्टी के गठन के महज आठ महीनों के बाद ही उनकी पार्टी ने तुर्की की सत्ता पर कब्जा जमा लिया था। उस समय से लेकर आज तक इस पार्टी ने लगातार तीन बार जीत दर्ज करवाई है। तीन आम चुनाव और तीन निकालयो के चुनाव जीतकर उनकी पार्टी तुर्की के राजनीति इतिहास में एक अध्याय की रचना कर गई है। उनकी पार्टी ने पहले से अधिक जनाधार और समर्थन के साथ चुनाव जीती और प्रत्येक चुनाव में उनका जनाधार बढ़ता ही गया। तुर्की की राजनीति में सबसे अधिक चुनाव जीतने और अधिक समय तक प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड तैयब के नाम है। तुर्की को राजनीति, आर्थिक, व्यापारिक, सामाजिक और धर्मिक रूप से मजबू और स्थिर करने का काम उन्होंने अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल के अधीन किया है। यही कारण है कि देशव्यापी उनके खिलाफ और प्रदर्शन के बावजूद उन्हें आधुनिक तुर्की की निर्माता कहा जाता है। लगातार तुर्की की सेना और न्यायप्रणाली प्रधानमंत्री के विरोध में संयंत्र करती आई है और राजनीति रूप से तैयब के विरोधियों का समर्थन करती आई है। पिफर भी तैयब न केवल तुर्की में बल्कि इस्लामी देशों और विश्व में अपनी प्रतिष्ठा बढ़ाने में सपफल रहे है। अपने कार्यकाल में उन्होंने तुर्की को प्रगति के एक नये रास्ते पर लाकर खड़ा करने में सफल हुए हैं। न केवल तुर्की की जनता का जीवन स्तर बेहतर हुआ है। बल्कि तुर्की विश्व के दस बड़े आर्थिक शक्ति वाले देश की श्रेणी में शामिल हो गया है।

1 COMMENT

  1. Janab Fakre Alamji apne ghar ki firkre karye- or Apne desh ki bhi kuch Tarif karye .Hiski roti khare ho.Aap kabhi Filistin ki fikre karte ho kabhi Turki mein kya ho raha hai uski chinta karte ho.—?

Leave a Reply to Suresh Kumar Binjola Cancel reply

Please enter your comment!
Please enter your name here