कविता

हिन्दी के बारह महीने


अंग्रेजी महीनो के नाम सभी है जानते।
हिंदी के महीनो के नाम बच्चे न जानते।।

हिंदी के महीनो के नाम हम विस्तार से बताते।
कर लो इनके नाम याद केवल तुम आते जाते।।

चैत्र मास है हिंदू वर्ष का प्रथम महीना।
वैशाख है हिंदू वर्ष का दितीय महीना।।

जेष्ठ आषाढ़ है महीना तीसरा चौथा।
इसमें गर्मी का प्रकोप बड़ा है होता।।

पांचवा माह सावन का है आया।
अपने संग काले बदरा ये लाया।।

इसके बाद छटा माह भादो का आता।
अपने संग ये कृष्ण जन्माष्टमी है लाता।।

सातवां मास आता है जब कुंवार का।
दुर्गा पूजा की रौनक लता है माता का।।

आठवां मास जब कार्तिक का है आए।
दीपावली में सब जगह ये दीप जलाए।।

नवां महीना आता है अगहन का।
खुशी का मौसम होता जनजन का।।

दसवां मास आता है जब पूस का।
स्वागत होता है तब शरद ऋतु का।।

ग्यारवा मास आता है जब माघ का।
जाड़ा होता है अपनी चरम सीमा का।।

बारहवा मास जब फाल्गुन का आवे।
होली में इस दिन रंग गुलाल लगावे।।

इस तरह बारह मास करे हमने पूरे।
कोई काम न छोड़े हम सब अधूरे।।

आर के रस्तोगी