रफ्तार के जादूगर वेटल

देवेन्द्र शर्मा

ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में आयोजित दूसरी इंडियन ग्रां प्री फार्मूला वन रेस में रेडबुल के सेबेस्टियन वेटल ने एक बार फिर तमाम प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोडक़र खिताब़ अपने नाम कर लिया पोल पोजिशन रेस में पहले स्थान पर रहे जर्मनी के वेटल ने फेरारी के फर्नांडो एलोन्सो को पीछे छोड़ते हुए इंडियन ग्रां प्री फॉर्मूला.वन रेस पर अपना दबदबा कायम रखा फर्नांडो महज दस सेकंड से पीछे रह गए और उन्हें दूसरे स्थान पर ही संतोष करना पड़ा

दक्षिण कोरिया,जापान, सिंगापुर और बहरीन में फॉर्मूला वन रेस में झंडे गाडऩे वाले वेटल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उन्हें रफ्तार का बादशाह यूं ही नहीं कहा जाता पोल पोजीशन में दूसरे स्थान पर रहे रेडबुल के ही मार्क वेबर ने यहां भी वेटल का पीछा नहीं छोड़ा और वे तीसरे स्थान पर रहे वहीं मैक्लेरेन के लेविस हेमिल्टन और जेनसन बटन क्रमशरू चौथे और पांचवे स्थान पर आए सेब्सिटन वेटल ने इस रेस को जीतने के लिए एक घंटा 31 मिनट और 10744 सेकंड का समय लिया वहीं दूसरे स्थान पर रहे फर्नांडो एलोन्सो ने एक घंटा 31 मिनट और 20181 सेकंड का समय निकाला और वो महज 10 सेकंड से खिताब से चूक गए

वेटल के दूसरी बार इंडियन ग्रां प्री जीतने से यह साबित हो गया कि उनके लिए इंडियन ग्रां प्री बहुत लकी है इससे पहले हुई तीनों अभ्यास मैचों को भी वेटल ने जीता था और पोल पोजीशन हासिल की थी दूसरी ओर इस सत्र के बाद संन्यास की घोषणा कर चुके माइकर शूमाकर का टायर बीच में ही फट गया और वे रेस पूरी नहीं कर सके माइकल शूमाकर को इस रेस के जादूगर के रूप में जाना जाता है, जिनके पास 91 रेस जीतने का रिकार्ड है इसके अलावा 7 बार वह विश्व चैम्पियन भी रह चुके हैं

हमारे देश के लोग अब तक विदेशी टीमों और खिलाडिय़ों को देखकर ही खुश हुआ करते थे, मगर अब फोर्स इंडिया के रूप भारत को एक घरेलू टीम मिल गई, जिसके ड्राइवर निको हुल्केनबर्ग और पॉल दि रेस्टा जब ट्रैक पर दौड़े तो हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शकों ने उनका उत्साहवर्धन किया

भारत के नारायण कार्तिकेयन को 21वें नंबर से संतोष करना पड़ा दूसरी इंडियन ग्रां प्री में रफ्तार और रोमांच का मुकाबला देखने बालीवुड और खेल जगत की कई नामचीन हस्तियां भी बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर आई थी इनमें अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा से लेकर क्रिकेटर युवराज सिंह शामिल थे अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा ने रेस शुरू होने से पहले राष्ट्रगीत गाया फेरारी टीम के प्रशंसक आफ स्पिनर हरभजन सिंह अपनी महिला मित्र गीता बसरा के साथ रेस देखने आए थे वहीं अभिनेत्री गुल पनाग भी फेरारी के समर्थन में लाल रंग की ड्रेस पहनकर आई थी

फार्मूला वन का क्रेज भारत में पिछले साल से शुरू हुआ जब 2011 में एफ वन रेस का भारत में आगाज हुआ था फार्मूला वन कार एक आम कार की तुलना में बिल्कुल अलग होती है एक आधुनिक फार्मूला.1 कार तकनीक के मामले में आम कारों की तुलना में 100 गुना आगे होती है इन कारों की बनावट, इनके टायर, पंख, गीयर सभी कुछ उच्च तकनीकों से लैस होता है फार्मूला वन कार बेहद ही हल्के कल पुर्जों से बनी होती है जहां तक गियरों की बात करें तो एक एफ.1 कार में 7 फारवर्ड और 1 रिवर्स गीयर होता है इसके टायरों की चौड़ाई 245 किमी से अधिक नहीं होती है

जहां एक सामान्य कार के टायर की उम्र 80,000 किमी होती है, वही एफ कार का टायर महज 300.350 किमी तक ही चलता है इसका इंजन इतना शक्तिशाली होता है जो कार की 320 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार दे सकता है एफ.1 कारों की कीमत 50 करोड़ होती है जब बात 320 किमी की स्पीड की होती है तो हादसों का खतरा भी उतना ही बढ़ जाता है

ऐसा ही हादसा 1994 में ब्राजीली ड्राइवर आर्यटन सेना के साथ हुआ था जिसमें उनकी मौत हो गयी थी इसके बाद ही एफ.1 में सुरक्षा की दिशा में कई कड़े कदम उठाये गये, लेकिन फिर भी ट्रैक पर कारों का टकराना बदस्तूर जारी है बहरहालए इस बार इंडियन ग्रां प्री को जिस तरह से लोगों ने पसंद किया है उसे देखते हुए इसके आयोजकों ने अगले साल भी इसे आयोजित करने की बात कही है

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