व्यंग्य

आजकल सच्चा मित्र कौन है

नित्य नियम से मदिरा पान कराये,
आजकल तो सच्चा मित्र वही है |

दुःख दर्द में जो दारु पिलाये,
सच्चा मित्र तो आज वही है |

पिला कर जो नाली से निकाले ,
उस जैसा कोई मित्र नहीं है |

मधुशाला का नित्य निमन्त्रण,
जो देता है अच्छा मित्र वही है |

व्यथित ह्रदय हो पीड़ा तब ,
थोड़ी सी पिला दे मित्र वही है |

मधु पात्रो में मदिरा भर कर ,
स्ट्रांग पैग बना दे मित्र वही है |

मदिरा के साथ काजू खिला दे ,
बिन कहे पैग बना दे मित्र वही है |

सुरा से बेसुध हो जाऊ तब ,
मेरे घर पहुँचा दे मित्र वही है |

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम मो 9971006425