गजल

जवानी में तो तुमने भी गज़ब ढाया होगा।

जवानी में तो तुमने भी गज़ब ढाया होगा।
एक से नही,दासियों से इश्क लड़ाया होगा।।

चेहरे पर गेसू फैलाकर,सबको बहकाया होगा।
अपने खूबसूरत चेहरे को जरूर छिपाया होगा।।

जब तुमने सोलहवां जन्म दिन मनाया होगा।
हर कोई तेरे लिये उपहार भी लाया होगा।।

चले तो होगे तेरे प्यार के चर्चे सबको पता होगा।
पर तूने सहेलियों से कुछ भी न बताया होगा।।

चलती रहती चिट्ठी पत्री तुझे सब पता होगा।
पर तूने चिट्ठी पत्री को किताबो में छिपाया होगा।।

जाती थी जब कॉलेज,रिक्शे में बैठकर तुम।
कितने ही आशिकों को तुमने दौड़ाया होगा।।

रस्तोगी जवानी के बारे में और क्या कुछ लिखे।
सबको तो जवानी के बारे में सब कुछ पता होगा।।

आर के रस्तोगी