सपा नेताओं के बिगड़े-बिगड़े बोल

प्रदीप कुमार वर्मा

मुगल आक्रांता औरंगजेब का महिमा मंडन, सैयद सालार मसूद गाजी का गुणगान और मरुधरा के वीर सपूत राणा सांगा पर अपमानजनक टिप्पणी, समाजवादी पार्टी द्वारा राष्ट्र नायकों के अपमान का क्रम लगातार जारी है। उत्तर प्रदेश में कथित तौर पर  जाति एवं मजहब की राजनीति करने वाली सपा नेताओं के बोल लगातार बिगड़ रहे हैं। सपा नेताओं की अपमानजनक टिप्पणियों के बाद करणी सेना सहित अन्य सामाजिक संगठनों में रोष है लेकिन मुस्लिम तुष्टिकरण के नाम पर राजनीति करने वाली सपा नेताओं को इससे कोई सरोकार नहीं है। यही नहीं, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपने नेताओं के बयानों पर आघोषित तौर पर सहमति जताते हुए उनका पक्ष लिया है। इसके बाद समूचे देश में एक बहस शुरू हो गई है, कि क्या राजनीति और मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए राष्ट्र नायकों का अपमान करना जायज है?

               मुगल शासक औरंगज़ेब के नाम पर महाराष्ट्र से शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी द्वारा मुगल शासक औरंगज़ेब के महिमा मंडन से शुरू हुआ क्रम अब राजस्थानों के वीर सपूतों के अपमान तक आ पहुंचा है। राष्ट्र नायकों के अपमान का यह काम इस बार भी समाजवादी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने किया है। संसद में बहस के दौरान सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने राजस्थान के वीर योद्धा राणा सांगा को “गद्दार” कहकर सनसनी फैला दी है। राणा सांगा के नाम से चर्चित महाराणा संग्राम सिंह उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे। राणा सांगा ने मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया था।    

 राणा रायमल की मृत्यु के बाद 1509 में राणा सांगा मेवाड़ के महाराणा बनाए गए थे। इन्होंने अपनी शक्ति के बल पर मेवाड़ साम्राज्य का विस्तार किया। 

             राणा सांगा ने विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ सभी राजपूतों को एक किया था। इन्होंने दिल्ली, गुजरात और मालवा, मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की रक्षा भी की थी तथा उस समय के वह सबसे शक्तिशाली राजा थे। ऐसे में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर की गई अपमानजनक टिप्पणी से पूरे के देश राजपूत समाज में खास रोष है। राजपूत समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली करणी सेना ने इस अपमान के लिए पूरे देश में आंदोलन का ऐलान किया है। करणी सेना की उत्तर प्रदेश इकाई ने आगरा में सपा सांसद रामजीलाल सुमन के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन किया है। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल अमु ने राणा सांगा के अपमान करने वाले सपा सांसद रामजीलाल सुमन से अपने बयान पर माफी मांगने की बात कही है। 

           अम्मु ने कहा है कि राजपूत समाज में इस घटना के बाद रोष है तथा इसके लिए सपा सांसद रामजीलाल सुमन एवं उनके पक्ष लेने वाले सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। उधर, सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा है कि उनका बयान एक ऐतिहासिक तथ्य पर आधारित है तथा वह अपने बयान पर माफी नहीं मांगेंगे। इसके बाद यह मामला और गरमा गया है तथा राजपूत समाज और सपा आमने-सामने हो गए हैं। वहीं, राज्यसभा में इस मामले पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रामजीलाल सुमन के विरुद्ध हुए प्रदर्शन में दलित “एंगल” जोड़ दिया है। खड़गे का कहना है कि सपा सांसद रामजीलाल सुमन के दलित होने के कारण ही राजपूत समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली करणी सेना उनके विरुद्ध प्रदर्शन कर रही है।

         समाजवादी पार्टी द्वारा मुगल शासको और आक्रांताओं का पक्ष लेने का यह कोई पहला मामला नहीं है। औरंगजेब के महिमा मंडन  के बाद संभल में सैयद सालार मसूद गाजी के मेले पर रोक के बाद भी सपा योगी सरकार के विरुद्ध बयान बाजी कर रही है। यह मुस्लिम तुष्टिकरण की पराकाष्ठा ही मानी जाएगी की मुगल शासको और आक्रांताओं के महिमा मंडन के बाद अब समाजवादी पार्टी के नेता महाराणा सांगा जैसे राष्ट्र नायकों का अपमान करने पर उतर आई है। इस संबंध में भाजपा का कहना है कि औरंगजेब से लेकर सैयद सालार गाजी के पक्ष में बयान बाजी करने के बाद अब समाजवादी पार्टी द्वारा राष्ट्र नायकों के अपमान का यह कृत्य चुनावी राजनीति के लिए मुस्लिम तुष्टिकरण ही है। उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक समाजवादी पार्टी के नेताओं के बोल इन दिनों बिगड़े हुए हैं, तो सपा सुप्रीमो इन नेताओं का पक्ष लेकर मुस्लिम तुष्टिकरण की हवा को और बढ़ा रहे हैं।

     सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का कहना है कि रामजीलाल सुमन ने ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर बयान दिया है। भाजपा द्वारा जब इतिहास के पन्नों को पालटा जा रहा है, तो राणा सांगा के संबंध में दिया गया बयान भी एक ऐसा ही ऐतिहासिक तथ्य है। उधर, बहराइच में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश अपने राष्ट्र नायकों का अपमान अब बर्दाश्त नहीं करेगा। देश के लिए औरंगजेब और सैयद सालार मसूद गाजी नायक नहीं हो सकते हैं। भारत के राष्ट्र नायक महाराणा प्रताप,राणा सांगा और राजा सुहेलदेव हैं।

उधर, पूरे घटनाक्रम पर भाजपा का यह भी कहना है कि उत्तर प्रदेश में हुए उप चुनाव में करारी हार के बाद अब सपा वर्ष 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए मुस्लिम वोट बैंक का ध्रुवीकरण करना चाहती है। यही वजह है कि समाजवादी पार्टी के नेता मुगल शासको एवं आक्रांताओं का महिमा मंडन कर रहे हैं। वहीं, देश के नायकों को भी अपमानित करने लगे हैं

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