भारत ने पाकिस्तान पर की वाटर एवं डिजिटल “स्ट्राइक”

प्रदीप कुमार वर्मा

जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम की बैसारन घाटी में एक सप्ताह पूर्व इस्लामिक जेहादियों द्वारा इंसानियत के विरुद्ध कायराना हरकत को अंजाम देते हुए दो दर्जन से अधिक पर्यटकों की मौत के मामले में भारत ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। पाकिस्तान से आए चार आतंकियों द्वारा की गई अंधाधुंध फायरिंग में उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, नेपाल,यूएई नेपाल और उड़ीसा के पर्यटक मौत का शिकार बने थे। इस कायराना आतंकी हमले के बाद पूरे देश में खासा आक्रोश है और देश का आवाम अब पाकिस्तान के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई की मांग कर रहा है। उधर,देश के आवाम की भावनाओं की कद्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पाकिस्तान के विरुद्ध कड़े कदम उठाते हुए आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने का ऐलान किया है। इस कार्रवाई में पाकिस्तान के चैनलों को बेन करने के साथ-साथ सिंधु जल समझौते को इस स्थगित करने जैसे कदम शामिल है। पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत ने इस बार आतंकियों के विरुद्ध संभावित सर्जिकल एवं एयर स्ट्राइक करने से पूर्व वाटर और डिजिटल “स्ट्राइक” की है।

          आतंकी हमले से गुस्साए भारत में सबसे पहले पाकिस्तान के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई के तहत वर्ष 1960 में हुए “सिंधु जल समझौते” को फिलहाल रोक दिया गया है। वर्ल्ड बैंक की मध्यस्थता के साथ वर्ष 1960 में  भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी के जल पर समझौता हुआ था। इस समझौते पर पाकिस्तान की करीब 80 प्रतिशत खेती निर्भर है। भारत के हालिया फैसले पर वर्ल्ड बैंक भी स्पष्ट कर चुका है कि उसकी मध्यस्थता के दौरान कुछ समय के लिए संस्थान सिग्नेटरी रहा है। लेकिन अब ये दो मुल्कों के बीच का मामला है। भारत ने भी पाकिस्तान को भेजे अपने पत्र में साफ किया है कि वर्तमान हालात में सिंधु जल समझौते को आगे बढ़ाया जाना संभव नहीं है। जिसके चलते गर्मी के इस मौसम के साथ-साथ आने वाले दिनों में पाकिस्तान को उसकी जरूरत के हिसाब से पानी मिलने में संभावित संकट सामने आना तय है। पानी की किल्लत से पाकिस्तान में खेती-किसानी प्रभावित होगी तथा लोगों को पीने के लिए भी उनकी जरूरत का पानी नहीं मिल सकेगा। 

               रणनीति एवं सैन्य मामलों के जानकार भारत के इस कदम को आतंकी हमले के बाद  पाकिस्तान के विरुद्ध “वाटर स्ट्राइक” करार दे रहे हैं। जानकारों का यह भी कहना है कि सर्जिकल और एवं सर्जिकल स्ट्राइक की तुलना में भारत द्वारा की गई वाटर स्ट्राइक के दूरगामी में परिणाम होंगे। सिंधु जल समझौते के निरस्तीकरण के बाद पाकिस्तान में उत्पन्न होने वाले जल संकट से उसकी समस्या अर्थव्यवस्था एवं आर्थिक गतिविधियां भी बुरी तरह प्रभावित होगी। इसके साथ ही भारत में पाकिस्तान के विरुद्ध “डिजिटल स्ट्राइक” भी कर दी है। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद में विदेशी मीडिया द्वारा गलत रिपोर्टिंग करने के मामले में भारत ने पाकिस्तान के करीब डेढ़ दर्जन न्यूज़ एवं यूट्यूब चैनलों को बैन किया है। इनमें जिओ न्यूज़, डॉन न्यूज़ ए आरआई न्यूज, बोल न्यूज़, सुनो न्यूज़, जीएनएन टीवी,समा टीवी एवं समा स्पोर्ट्स शामिल है। इसके साथ ही आरजू कासमी तथा शोएब अख्तर के यूट्यूब चैनलों को भी भारत में बैन किया गया है।

          यह सभी पाकिस्तानी चैनल अपने कंटेंट में भड़काऊ तथा सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सामग्री दिखा रहे थे तथा भारत के विरुद्ध दुष्प्रचार कर रहे थे। इसके साथ ही इन चैनलों द्वारा भारतीय सेवा और सुरक्षा एजेंसियों को निशाना बनाते हुए भ्रामक नैरेटिव भी सेट किया जा रहा है। भारत के विदेश मंत्रालय ने बीबीसी को भी पत्र लिखकर पहलगाम आतंकी हमले के दौरान की गई रिपोर्टिंग पर सख्त एतराज जताया है।  इस संबंध में सरकार की ओर से भारत में बीबीसी के प्रमुख जैकी मार्टिन को पत्र भी लिखा गया है। पत्र में आतंकियों को चरमपंथी बताने पर गंभीर आपत्ति जताई गई है। यही नहीं, मंत्रालय ने बीबीसी की रिपोर्टिंग पर नजर रखने के लिए भी कहा है।  भारत के गृह मंत्रालय की सिफारिश पर की गई इस कार्रवाई को इंटरनेशनल स्तर पर पाकिस्तान के विरुद्ध भारत की “डिजिटल स्ट्राइक” माना जा रहा है।

               भारत द्वारा की गई डिजिटल स्ट्राइक के तहत भारत विरोधी गतिविधियों और दुष्प्रचार पर नजर रखने के लिए गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की एक विशेष टीम बनाई गई है। यह टीम भारतीय और विदेशी डिजिटल मीडिया पर पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी सामग्री और ऑनलाइन गतिविधियों की जांच करेगी। इसके साथ ही टीम ऐसे लोगों की भी पहचान करेगी जो, भारत सरकार और सेना की नकारात्मक छवि पेश करने के लिए मनगढ़ंत और झूठे प्रचार में जुटी हुई है। सैन्य एवं कूटनीति के जानकारों का कहना है कि पहलगाम की वैसारन घाटी में हुआ यह हमला वर्ष 2019 में पुलवामा अटैक के बाद दूसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है। तब 14 फरवरी 2019 को आतंकवादी संगठन जैसे मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की गाड़ी को अपने निशाना बनाया था।  जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। 

          इससे पूर्व 18 सितंबर  वर्ष 2016 उरी में आतंकी हमला हुआ था। जैश-ए-मोहमद द्वारा सेना की बिग्रेड पर किए गए इस हमले में 19 सैनिक शहीद हुए थे। बताते चलें कि इससे दो साल पूर्व रियासी में शिवखोड़ी से दर्शन करके लौट रहे श्रद्धालुयों की बस पर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी। जिसमें कुल नो हिंदू दर्शनार्थियों की मौत हो गई थी। भारत में जहां पहले सिंधु जल समझौते को निरस्त करके तथा पाकिस्तान के चैनलों को बेन करके भारत के विरुद्ध वाटर एवं डिजिटल स्ट्राइक करके पाक के दुष्प्रचार को रोक दिया है। भारत का यह कदम सर्जिकल एवं एयर स्ट्राइक से पूर्व उठाया गया महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। रक्षा एवं सैन्य मामलों की जानकारों का कहना है की बहुत जल्दी ही भारत पाकिस्तान के विरुद्ध सर्जिकल अथवा एयर स्ट्राइक करेगा, जो पड़ोसी पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकवाद के विरुद्ध भारत का निर्णायक कदम होगा।

प्रदीप कुमार वर्मा

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