राहुल गांधी ने कहा, भारत को हिंदुओं से खतरा : विकीलीक्‍स का नया खुलासा

कांग्रेस का सांप्रदायिक चेहरा फिर उजागर

पता नहीं कांग्रेस मुस्लिम वोट के लिए कहां तक गिरेगी। पहले केन्‍द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्‍बर ने देश में ‘भगवा आतंकवाद’ का हौव्‍वा खड़ा किया। फिर राहुल गांधी ने कहा कि सिमी और राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ में कोई फर्क नहीं है। इसके बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के प्रमुख हेमंत करकरे ने मुम्बई हमले से महज कुछ घंटे पहले उन्हें बताया था कि उन्हें हिंदू संगठनों से खतरा है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी का जनाधार लगातार कम हो रहा है इससे चिंतित होकर पार्टी नेता भगवा आतंकवाद के नाम पर मुस्लिमों का वोट बटोरना चाहते है, लेकिन देश की जनता असलियत जान चुकी है और कांग्रेस के सांप्रदायिक मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे।

अब फिर कांग्रेस के राष्‍ट्रीय महासचिव राहुल गांधी चर्चा में हैं। राहुल का मानना है कि भारत को मुस्लिम आतंकवादियों की तुलना में हिंदू संगठनों से ज्‍यादा खतरा है। खुफ़िया कूटनीतिक दस्तावेज़ जारी करने वाली वेबसाइट विकीलीक्स के मुताबिक पिछले साल राहुल ने अमेरिकी राजदूत से बातचीत के दौरान कहा था कि भारत को मुस्लिम आतंकवादियों की तुलना में हिन्दू संगठनों से ज़्यादा ख़तरा है।

राहुल ने अमेरिकी राजदूत से कहा था, ‘भारतीय मुसलमानों के बीच कुछ ऐसे तत्व हैं जो लश्कर-ए-तैयबा जैसे इस्लामिक संगठनों का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन उससे बड़ा ख़तरा तेजी से पांव पसार रहे चरमपंथी हिंदू संगठनों से है जो मुस्लिम समुदाय से धार्मिक तनाव और राजनैतिक वैमनस्य पैदा कर रहे हैं।’

राहुल के बयान के बाद राजनीतिक हलकों में उबाल आ गया है। भाजपा के प्रवक्‍ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के बयान से तो किनारा कर लिया, लेकिन अब देखना है कि राहुल के बयान पर पार्टी क्‍या कहती है। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने विकीलीक्‍स के इस खुलासे पर ही सवाल उठाया है और कहा है कि लगता है यह किसी साजिश का नतीजा है। पर प्रसाद ने इसका जवाब यह कहते हुए दिया कि विकीलीक्‍स का कोई खुलासा अभी तक गलत साबित नहीं हुआ है।

29 COMMENTS

  1. ye khud gandhi nahi hai. he is grand son of firoz khan husband of Indira Gandhi. so his aattachment to Muslim ccommunity is genuine.

    they are mentally sick people and should migrate to there own country Pakistan

  2. इसा बहाने राहुल और उसकी पार्टी को मुस्लिमो के वोट मिल जायेंगे.
    वैसे आज देश को सबसे बड़ा ख़तरा राहुल और उसकी अम्मा से है.

  3. राहुल ने कोई नई बात नहीं कही है. उसके वास्तविक आका सदा से इसी सोच के हैं. बात बस इतनी है की भारत के लोग राहुल एंड पार्टीय की इस सोच से अनभिग्य हैं.

  4. ” काश पिताजी के साथ आप भी चले जाते हमारा क्या ये बरदास्त कर लेते.
    पर अब नही होता, तो हे रा हु ल तुम कब जाओगे ??? “

  5. उपरोक्त लेख के परीपेक्ष में अब तक दी गई प्रतिक्रियाए पड़ने और समझने के पश्च्यात इतिहास में हुई सारी गतिविधियों का मूल्यांकन करने पर मेरी समझ यह कहती है की देश में अभी भी आजादी की लड़ाई जारी है ,सिर्फ उसका स्वरूप बदल गया है मेरी नजर में यह लड़ाई पहले और अब ईस्टइंडिया कम्पनी और राष्ट्री-स्वयम सेवक संघ की बीच में थी जो बदल कर नए रूप में सामने आ गई है जहाँ एक तरफ ईस्ट-इंडिया की राजनैतिक शाखा के रूप में कांग्रेश पार्टी है ,तो वही दूसरी और राष्ट्री-स्वयम सेवक संघ की भारतीय जनता पार्टी , पहले अंग्रेज सामने थे अब हम आमने-सामने है , इस लड़ाई में आखिर नुक्सान दोनों तरफ से हमारा ही है | हमें चाहिए के बिना नुक्सान के यह जंग कैसे जीती जाए इस पर विचार करना होगा , ज़रा ठंडे दिमाग से सोचिये ……….|

  6. Dosto, jo kisi bhi dharm ka apman karta hai aur galat prachar karta hai,nafrat failata hai,unjaise pakhandiyo ko sabak sikhana jaruri hai,kyu hamare sirf Bharat deshme sabse bada manavta ka dharm hai,aur jo bhi hamari ekta todneki koshish karenga use anjam bhugatna padenga.INKALAB JINDABAD

  7. महगाई के इस दौर में किसी को आतंकवादी बनाना साबित करना मामूली काम है जहा राजनीतिक संरक्षण में नैतिकता सरे राह जूतों से रौदी जा रही हो .अनैतिकता का स्वागत समारोह आयोजित किया जा रहा हो ऐसे में वो बेवकूफ ही होगा जो नैतिकता का साथ देगा यह स्वाभाविक सत्य है .
    हिन्दू धर्म केवल भारत तक ही सीमित है विश्व में कोई भी देश हिदू धर्म का कोई पैरोकार नहीं है तो यह क्यों फलफूल रहा है .
    यही एक सवाल है जो विदेशी एजेंटो को खटक रहा है.जो एन केन प्रकारेण इस हिन्दू धर्म की गला दबा कर इसी के घर (भारत )में ही हत्या करना चाहते है क्योकि विदेशियों को पता है भारत में हिन्दू मुस्लमान को आपस में लड़ाकर दोनों का सफाया किया जा सकता है भारतीय चर्च दूध के धुले है चर्च के समर्थक रियोल विन्ची मख्खन से धुले है यही कारन है की देश की बिकाऊ मीडिया हिन्दू मुस्लमान को आपस में लड़वाने का कोई भी अवसर नष्ट नहीं करना चाहती.

  8. खतरा ही खतरा
    राहुल ने सही कहा।
    दिग्विजय सिंह, चिदम्बरम, सिब्बल, सिंघवी, तिवारी, गहलोत यह सारे हिन्दू ही तो है।
    और इन्हीं लोगों से भारत को खतरा है।
    हिन्दू की उदासीन वृत्ति से भी खतरा है।
    और निष्क्रिय हिन्दू से भी खतरा है।
    ====> राहुल गांधी ने कहा, भारत को हिंदुओं से खतरा : विकीलीक्‍स का नया खुलासा<===
    पर यह खतरे का कांग्रेसी खटारे का गाडीवान राहुल क्या प्रधान मन्त्री के पदको शोभायमान करेगा?
    राम राम। अब कल्कि अवतार धारण करो।
    गीता में अवतार लेने का वचन दे के कहां भटक रहे हो कान्हा ?
    हम सब तो केवल अकर्मण्येवाऽधिकारस्ते।
    सर्व फलेषु सदाचन ॥– में ही मानते हैं।
    करना धरना कुछ नहीं, पर फल सारे चाहिए।

  9. Sabse pahle mai kahna chahunga ki Antankwadi ka koi dharm nahi hota agar unka koi dharm hota bhi hai to wo insaniyat ka nahi ho sakta. Aur koibhi dharmo ka sanghatan hai jaha kattarpanthi log hai, wo log hi ham logon ke dimag me nafrat bharte hai, aur mai Dava karta hu ki har Rajnetik party me aise Asur log rahtehi hai jo apne swarth ke liye majhab ke nam par bhai-bhai ko ladate aur bavkufo ki tarah ham ladte bhi hai, hame aise nich logon se bachna honga aur in logon ko sabak sikhana honga taki phir kabhi in pakhandiyo ke wajah se masumo ki bali na chade jo ham ya hamara parivar bhi ho sakta hai.INKALAB JINDABAD.

    • बाबु भाई आप बिलकुल सही कह रहे है आज देश में कोई आतंकवाद नहीं है यदि है तो उसके जिम्मेदार राजनेता है आतंकवादी बनाने के असली कारखाने राजनीतिक दल है
      जो अपने निजी स्वार्थ के लिए उपयुक्त व्यक्ति को आतंकवादी बनाते वा उनका संरक्षण करते है

      ज़रा याद कीजिए देश में जितने भी बम धमाके हुए उस समय के राजनीतिक परिद्रश्य क्या थे जब जब सर्कार संकट में होती है देश के किसी न किसी स्थान पर बम्ब्लास्त करा दिया जाता है जनता का ध्यान बटाने के लिए .
      बम्ब्लास्त के फायदे ही फायदे है राजनीतिक दलों को सर्कार राहत बचाव के इंतजामो की लम्बी लिस्ट दिखाएगी विपक्ष आरोप लगाएगा देश की बिकी हुयी मीडिया नमक मिर्च लगाकर जनता का मनोरंजन करेगी .भाई समझ में आया देश चरित्र

      बेवकूफ जनता इन सब बातो को भुला कर फिर उन्ही राजनीती दलों का गुणगान करने लगती है जो देश को बर्बाद करने के लिए ही पैदा हुए है किन्तु कोई कुछ साबित नहीं करसकता क्योकि साबित करने के लिए जनता के वोट की जरूरत होती है जो आजकल पैसे और बोतल के द्वारा मिल ही जाते है सुकर मनाओ आप और हम की अभी जिन्दा है वर्ना कभी भी किसी पर बम गिर सकता है
      बस लुटते रहो यही देशवाशियो की नियति है

  10. मैं मुस्लिन आतंकवादियों का समर्थक नहीं पर ऐसा लगता है की बहुत सारे लोग अपने देश में दुसरे असली आतंकवादियों के समर्थक हैं, वैसे असीम नन्द को ज़मानत मिलने के बाद वो दूध का धुला नहीं होगया, वो आज भी वही है जो गिरफ़्तारी से पहले था. अगर सच में देश प्रेम का जज्बा दिल में है तो दुआ करो की असली आतंकवादियों के यहाँ कोई औलाद ही न पैदा हो, ताकि हमारा देश जैसे भरष्ट चारियों का अड्डा बन गया है वैसे ही आतंकवादियों का अदा न बन जुए, वैसे बहुत सरे लोग ये सोचते हैं की मुसलमन आतंक वादी होता है और और कुछ सरफिरे साबित भी करना चाहते हैं , लेकिन सच तो ये है की असली आतंकवादियों को छोड़ कर मासूमों की गिरफ़्तारी से वाकई देश को खतरा हो सकता है, इस लिए मैं तो यही कहूँगा की दिल में सच्चा देश प्रेम पैदा करो और देश हित में काम करो और दुसरे देशवासियों को भी अच्छे काम करने दो, सिर्फ राहुल की बात करने से प्रवीन तोगाद्य, विनैकत्यार, असीम नन्द, और दुसरे बहुत से लोगों के कुकर्मों पर पर्दा पद सकता है, जय hind

  11. MAMA QAVATROCHI JALDI AJAO, BAHUT KAM NIKAL RAHA HAI & I WILL BE AT HIGHEST SEAT WITHIN FEW MONTHS , HOPE THAT THERE RESIDENSE YOU CAMED WITHOUT ANY PERMISSIONED IN PAST , MAMA I WILL BE AT THAT SEAT IN VERY COMING TIME THAN YOU WILL BE FREE AS YOU WAS IN PAST ! MAMU, ABKI BAR, KAI SO GUNA MILAGE, APP KO MALUM HAI KI ……………………IS INDIA……………………. MAI KITNI PROGRESS HO RAHI HAHI ? MAMA, ABKI BAR BANK MAI $ MAT LAI JANA, AB KI BAR TO HUM APKO BAHUT “JAMIN” BHI DAI DENGAI ……………………… JISME AP ARAM SAI Q&G DEVLOPERS (P) LTD KI KAI HAJAR COLONIES KAT SAKTE HAI, MAMU VO HUM SWITERLAND KI TARAH KAREGAI, APP KO TO SAB PATA HAI, SIRF APP KI GUIDNESS CHAIHYE, THAN MONEY DEPOSITED IN SWISS IN COME TO Q/G’S A/C , B/COZ WE KNOW THE DESPOSITORS NAMES, THE DEPOSITORS WILL COME TO US , BOLO MAMA KESE RAHI ! AB JALDI AJO & EK GORI/CHITI BHI DILA DO , MAMU PL ITS VERY URGENT, IF TIME WILL GOAWAY THAN HOW WILL COME OUR’S NEW REPRESENTATIVE , IF OUR’S RPSATVE NT COME IN TIME THAN HOW WE CAN MAKE THEM FOOLISH, MAMA BE HURRY AS U HAD EXPERT & DONE IN PAST …………

    MAMA, ABKE BAR AKELE MAT ANA, NEW GENERATIONS KE 100/200 ADMI LANA TAKI MALL ARAM SAI THIKANE LAGAYA JAI SAKE ?????????
    BUS MAM UNGLIYA THAK GAI , JALDI AJAO ………………

  12. JAI MAMA QVATROCHI की, जय राजमाता की , जय HO युवराज की , जय रहूल्प्रिनका फोरम KE चंचू की, जय वढेरा जी की(जिनकी एअरपोर्ट पर भी चेक्किंग नहीं होते ???)
    ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………. लेकिन इनसब SAI बड़ी जय हो “MIYA चुपचाप” की, जिन्हें सिर्फ अपने “KURSI” चाहिए, भारत जय भाद मई ???????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????

  13. YUVRAJ JI, हम तो कहते की क़वात्रोची मामा KO BULA KAR USE IS BHARAT KI BAGDOOR SOAP DO , युवराज जी , अप्प “MAMA जी” जी KO BULA LO ITLY SAI, हम SAB उनके गुलाम बनकर कम करेगे, फिर सिर्फ युवराज , राजमाता & मामा क्वातोची !

    फिर मामा JI बतैगाई की यहाँ “तिनंगा लहराना HAI, यहाँ नहीं” ?

  14. युवराज जी, अप्प के बड़े तो एक पाकिस्तान & एक बंगलादेश बनवा गई ! अप्प KYA बनवाओगे , JARA BATA तो DO ? MAI तो KAHTA HU QAVATROCHI MAMA, KO BULA KAR USE IS BHARAT KI BAGDOOR SOAP DO , युवराज जी , अप्प “MAMA जी” जी KO BULA LO ITLY SAI

  15. हिंदुत्व पर कां. पप्पू राहुल विन्ची के कथन पर पाकिस्तान व पोप की सोच का प्रभाव बताता है कि वो तीनों की तिगडी से ही देश की दशा व दिशा है बिगड़ी !

  16. भय, भूख, भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं के समाधान में असमर्थ कांग्रेस अब उल्टे हिंदू संगठनों को लश्करे तैयबा से अधिक घातक बता कर देश के अस्तित्व को ही संकट में डालने का काम कर रही है।बीते एक दशक के आधुनिक राजनीतिक सोच व चरित्र में, देश और समाज को वोट बैंक की अंधी दौड़ में, राजनीतिक तुष्टीकरण के कई दंश झेलने पड़े हैं। यही नहीं हिंदू सभ्यता-संस्कृति को समाप्त कर पश्चिम की मजहबी संस्कृति को देश पर थोपने जैसे प्रयास किये जा रहे हैं। स्थिति यह हैं कि हिंदुस्तान में किसी संगठन के आगे हिंदु लिखना अब बड़े अपराध की श्रेणी में लाया जा रहा है। हिंदुस्तान में ही मुसलमान, ईसाई, पारसी सभी को अपने धर्म-संप्रदाय के अनुरूप जीने-खाने और उसके प्रचार-प्रसार का जो अधिकार है हिंदू संगठनों को इसका भी अधिकार नहीं है। धर्मनिरपेक्ष देश घोषित कर शर्म निरपेक्षता ने जैसे देश में हिंदुत्व चिंतन पर रोक लगा दिया हो। बल्कि देश में किसी जाति-धर्म का भेदभाव न करते हुए उन्हें अपनी जाति-धर्म के अनुरूप जीवनयापन की आजादी के नाम बने मानवाधिकार, राष्ट्र के शत्रुओं का कवच बने है।अंग्रेजी शासन की नीति फूट करो, राज करो के साथ तुष्टीकरण तड़का लगा कर आजाद हिंदुस्तान में जो नीति चल रही है; उसके फलस्वरूप यह देश अशिक्षा, भुखमरी, बेरोजगारी, हिंसा, दंगा, नक्सलवाद, आतंकवादी, जातिवाद के रूप में भुगत रहा है। राजनीति को समाज सेवा से हटा कर खानदानी व्यापार का रूप दिया जा रहा है। ऐसे में देश के बारे में सोचना छोड़, पद के लोभ में किसी के तलवे चाटने वाले दरबारी, पूर्णतया शर्मनिरपेक्ष हो चुके हैं; आतंकियों के बदले राष्ट्रवाद को आतंकी व अपराधी बता मिटाने में अब शर्म नहीं आती।

  17. राहुल गाँधी से और आशा भी क्या की जा सकती है. अगले कुछ खुलासो में वोह ये भी बताएँगे की हन्दू कोन है. हिन्दू कैसे होने चाइये. शर्म तो उन हिन्दुओं को आनी चाइये जो राहुल की चरण वंदना करते है और उन्हें प्रधानमंत्री देखना चाहते है.

  18. अकेला का कमेन्ट देखकर लगा की राहुल बाबा काफी हद तक अपने दुष्प्रचार में सफल रहे हैं, वो कह रहें हिन्दू आतंकवादी आस्तीन का सांप है और मुस्लिम आतंकवादी खुले आम आतंक फैलाता है तो भैया मै आपको बता दूं हिन्दू आतंकवादी हो ही नहीं सकता क्योंकि इसमें किसी को कोई फायदा नहीं झूटे आरोपों मई फसा कर साध्वी प्रज्ञा, और कर्नल पुरोहित को कंकड़ की दाल-रोटी खिलाई जा रही है और दूसरी तरफ कसाब और अफजल गुरू चिकन के लेग पीस तोड़ रहे है, तो भैय्या अब आप ही फैसला करो की कोई हिन्दू आतंकवादी क्यों बनेगा, रहा सवाल देशभक्त होने के लिए कुछ हिन्दू संगठन यह कहते हैं की हिन्दू होना जरूरी है तो आप ज़रा बाबा रामदेव के कार्यक्रमों को देख ले उसमे आपको महान देशभक्त अशफाक उला खान का नाम कई बार सुनने को मिल जाएगा.

  19. यहाँ प् “अकेला भाई” के कमेट देख कर पता चला जाता है की कोंग्रेस अपनी इस घटिया राजनीति में कितनी सफल हुयी है ओउर ये भी पता चलता है वो इसे बहुत आगे ले जाएगी अगर कोंग्रेस को लगता है की जनता का एक वर्ग उसके “संघ” को गलिया बकने से खुश हो रहा है व् उसके वोट उसे मिल रहे है तो वो क्यों कर विकास या आतंग्वाद से कडाई पर ध्यान देगी उसे तो बस इतना करना है की चुनाव के कुछ mahino pahale fir koyi frji kes kholana है जिसे किसी गुमनाम से हिन्दू संघटन या फिर संघ के किसी कार्यकर्ताओ को फ़साना है जब तक जाच वगेरह होगी उसे तो मूर्खो के वोट मिल ही जायेंगे ये अलग बात है वोट देने वाले अबी भी उस ही स्थिति में जैसे pahale the ,जब “स्लम डॉग” फिल्म chali thi tab एक jumala बहुत उछाला था कियाः फिल्म कोंग्रेस को pasand ही इस liye aayi thi की कोंग्रेस ने ही “स्लम” बनाया फिर अच्छे खासे इन्सान को “डोग” की तरह से रहने को विवश किया फिर उस “डोग” पर किसी विदेशी ने फिल्म बनायीं तो विदशी छाप पार्टी बहुत खुश हुयी ,इनके लिए भारत के हिंdu “डोग” से ज्यादा कुछ नहीं है मुसलमान “वोट” से ज्यादा कुछ नहीं ,फिर भी आश्चर्य होता है वोट क्यों देते इसी पार्टी को??

  20. ऐसा लगता है कि राहुल साम्प्रदायिक आधार पर सोचते हैं…वह कह सकते थे कि कट्टरपंथी कहीं भी हों और किसी भी तरह के हों गलत हैं, पर अपनी गोपनीय बातों में जिनके जाहिर होने की कोई उम्मीद नहीं थी, तब उन्होंने हिन्दू और मुस्लिम आधार पर एक दूसरे देश के राजनयिक के साथ ऐसी बात की, यह उनकी विचाराधारा को दर्शाता है और उसके साम्प्रदायिक रूप से रंगे होने की ओर इशारा करता है.

  21. शाबाश राहुल!
    बिल्ली के गले में घंटी बाँधने का कार्य सहसनिक
    “संघ और सिमी में कोई फर्क नहीं”
    तो इसमें गलत क्या है संघ भी हिन्दू युवाओ में नफरत की भावना पैदा करता है और सिमी मुस्लिम युवाओ में
    दूसरा बयान
    भारत को मुस्लिम आतंकवादियों की तुलना में हिन्दू संगठनों से ज़्यादा ख़तरा है।
    बिलकुल सही कहा-
    मुस्लिम आतंकवादी खुलेआम हैं जिनसे निपटा जा सकता है
    हिन्दू आतंकवादी “आस्तीन का सांप” हैं
    जिनसे कभी निपटा नहीं जा सकता
    हो सकता है कुछ देश के ठेकेदार इस बयान से सहमत ना हो
    कुछ हिन्दू संगठनो ने तो देशप्रेम की परिभाषा ही बदल के रख दी
    ऐसा लगता है जैसे- देशभक्त होने के लिए हिन्दू होना अनिवार्य हो

  22. मै कांग्रेस तथा राहुल के बयान को गंभीरता से लेता हुं। हिन्दु युवाओ को भी उतेजित कर आतंकवादी बनाना कठिन काम नही है। चर्च नियंत्रित शक्तिया हिन्दुओ को हिन्दुओ से लडाने के लिए, तथा हिन्दुओ को मुसलमानो से लडाने के लिए हिन्दु आतंकवादी संगठन खडा करने की कोशिश कर रही थी। उनका यह प्रयास अन्तिम चरण मे है। इस काम को वह बेहद ढके छुपे तरीके से सम्पन्न कर रहे है ताकी कोई शक न हो। इस कार्य मे विकसित देशो की एजेंसियो की भी मदत ली जा रही है।

    इन सारी बातो की पुरी सुचना कांग्रेस नेतृत्व तथा राहुल के पास है। वस्तुतः वह स्वयम चाहते है की देश मे हिन्दु आतंकवाद फैले ताकी उन्हे स्वच्छ तथा शांतीप्रिय हिदु शक्तियो के विरुद्ध कारवाही करने का नैतिक बल उन्हे प्राप्त हो सके।

    इस देश की सत्ता पर फिर से फिरंगीयो का कब्जा हो गया है। वह बांतो और राज करो की युक्ति से काम कर रहे है। वह देश के विरुद्ध काम कर रहे है।

  23. सोनिया गांधी चर्चमा आस्था राखने महिला छिन। वंशवादको भारतीय मानसिकताका कारण राजीव गांधीको सुनियोजित हत्या पश्चात कांग्रेस पार्टी की मुखिया बन्न पुगेकी सोनिया र उनका दुई संतानले चर्चको हितमा काम गर्दै आएका छन। उनीहरु हिन्दु र मुसलमानमा झगडा गराएर आफ्नो अस्तित्व सुरक्षित गर्न विभिन्न नाटक-नौटंकी गर्ने गरेका छन। यो बयान पनि त्यस श्रंखलाको एउटा कडी हो।

    जहां सम्म हिन्दु आतंकवादको कुरा छ, यो हाम्रो लागि चिंताको विषय छ। हिन्दुहरु माथि समय-समय हरियो आतंकवादको आक्रमण भई रहेको छ। चर्चले पनि आफ्नो डलरको ताकतले हिन्दुत्व माथि नानाथरीले आक्रमण गरेकै हो। तर अधिकांश हिन्दुहरु हिंसालाई राम्रो ठान्दैन। तथापी केहि ताकतहरुले युवाहरुलाई उचालेर हिन्दु आतंकवादी संगठन खोलाउन कोशिश गरी रहेका छन। राहुल गांधी पनि त्यस्ता ताकतहरुका एजेण्ट हुन। हामीहरुले हर स्थितिमा आतंकवाद जस्तो चीजबाट टाढा बस्नु पर्छ

  24. वह व्यक्ति, जिसे देश का प्रधानमंत्री बनाये जाने की धुन कांग्रेस में सवार है, एक विदेशी राजनयिक के समक्ष एक ऐसे मनघडंत आतंरिक आतंकवाद की चर्चा करता है जो घोर असत्य है और जिसका अमरीकी राजनयिकता में कोई महत्व नहीं. यह राहुल की राजनीतिक सूझबूझ और अंतरराष्ट्रीय व्यवहार कुशलता का परिचय नहीं देता. इस तरह का गैर ज़िम्मेवाराना वक्तव्य देकर उन्होंने न सिर्फ खुद को बल्कि देश को भी हास्यास्पद स्थिति में ला खड़ा किया है. वैसे भी देश की आतंरिक राजनीति या स्थितियों की चर्चा किसी विदेशी राजदूत के साथ करने का औचित्य क्या है?

    वर्तमान आतंकवाद के स्वरुप, आकार और उसके स्रोत को आतंकवादी स्वयं हर घटना को अंजाम देने के बाद खुलेआम घोषित करते हैं. वे किस गुट, मज़हब के नाम और उद्देश्य की चर्चा करते हैं वह किसी से छुपा नहीं है. भारत में भी वही सत्य है और उसी सत्य के साथ पश्चिम भी साक्षात्कार कर चुका है. पश्चिम राहुल से कहीं बेहतर जानता है कि भारत में आतंकवाद के विषफल किस पेड पर उगते हैं. लेकिन कांग्रेस एक बार फिर किसी एक वर्ग का खोया हुआ समर्थन पुन: हथियाने के लिए, भारत को सामाजिक विभाजन की गर्त में धकेलने का अपराध यदि राहुल के नेतृत्व में करने से बाज़ नहीं आयी, तो यह एक ऐसी ऐतिहासिक भूल होगी जिसके दुष्परिणाम भारत को लम्बे अरसे तक भुगतने पड़
    सकते हैं जैसे १९४७ में देश के विभाजन के बाद से अब तक भुगतने पड रहे हैं.

    देश का शीर्ष नेतृत्व ग्रहण करने के इरादे से यदि समाज में विभाजन उत्पन्न करने वाले नासमझी भरे ऐसे बयानों का सिलसिला युवराज राहुल ने जारी रखा तो भारत के लोगों को यह देखना होगा कि अपना समर्थन उनके द्वारा प्रसारित किए जा रहे घोर असत्य को दें या सत्य क्या है उसका अहसास कांग्रेस को करवाएं.

    नरेश भारतीय
    लेखक, पत्रकार एवं समीक्षक

  25. अब तो वाकई हद हो गई है, सारी दुनिया जानती है की हिन्दू नामका प्राणी बेहद निरीह होता है वह चींटी तक मारने की नहीं सोचता भले ही वह मुर्ग-मुसल्लम खा ले पर मुर्गे को कटता हुआ देखने से बचने के लिए कसाई की दूकान से बाहर जा कर खडा हो जाता है, वह हिन्दू ख़ाक ख़तरा बनेगा देश के लिए, हाँ अगर राहुल बाबा ने यह बात नीरा राडिया, A. राजा, दिग्विजय सिंह ,बरखा दत्त को ध्यान मे रख-कर की हो तो इस बात मे थोड़ी दम दिखती है.

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