‘विलेन अवतार’ से खुश हैं संजय दत्त

सुभाष शिरढोनकर

संजय दत्त ने अपने करियर की शुरुआत साल 1981 में रिलीज फिल्म ‘रॉकी’ से की थी हालांकि इसके पहले वे होम प्रोडक्‍शन अजंता आर्ट्स की फिल्‍म ‘रेशमा और शेरा’ (1971) के कव्‍वाली सॉंग में बतौर चाइल्‍ड आर्टिस्‍ट नजर आ चुके थे।

‘रॉकी’ (1981) के बाद संजय दत्‍त, ‘जॉनी आई लव यू’ (1982) ‘विधाता’ (1982) ‘बेकरार’ (1983) ‘दो दिलों की दास्तां’ (1985) ‘जमीन आसमान’ (1984) ‘जान की बाजी’ (1985) ‘जीवा’ (1986) और ‘मेरा हक’ (1986) जैसी फिल्मों में नजर आए।

इनमे से फिल्‍म ‘विधाता’ (1982) सुपर हिट रही जबकि ‘जान की बाजी’ (1985) और ‘मेरा हक’ (1986) को भी ऑडियंस ने काफी पसंद किया लेकिन संजय दत्‍त को एक टेलेंटेड एक्‍टर के रूप में पहली बार मान्‍यता फिल्म ‘नाम’ (1986) के साथ मिली।

उसके बाद संजय दत्त ने अपने करियर में ‘वास्तव’ (1991), ‘साजन’ (1991), ‘सड़क’ (1991), ‘खलनायक’ (1993), ‘दुश्मन’ (1998), ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ (2003) ‘लगे रहो मुन्नाभाई’ (2006) ‘धमाल’ (2007), ‘डबल धमाल’ (2011) और ‘अग्निपथ’ (2012) जैसी कई सुपरहिट फिल्में दीं।

फिल्‍म  ‘अग्निपथ’ (2012) में संजय दत्‍त ने पहली बार एक खूंखार विलेन का रोल प्‍ले किया। उसके बाद फिल्‍म ‘पानीपत’ (2019) ‘केजीएफ चैप्‍टर 2’ (2022), ‘शमशेरा’ (2022), ‘लियो’ (2023) और ‘डबल स्‍मार्ट’ (2024) जैसी फिल्मों में भी वे इसी तरह के किरदारों में नजर आए।

संजय दत्‍त, बॉलीवुड के मोस्ट टैलेटेंड एक्टर्स में से एक हैं। कॉमिक हो या विलेन, संजय दत्त ने हर तरह के रोल में अपनी योग्‍यता साबित की लेकिन कॉमेडी जोनर हमेशा से उनके वरीयता क्रम में सबसे ऊपर रहा है।

कॉमेडी संजय दत्त की मनपसंद अभिनय शैली रही है। इस वजह से इस तरह के किरदारों में वे हमेशा ज्यादा सहज नजर आते हैं। राज कुमार हीरानी से लेकर डेविड धवन तक की फिल्मों में संजय दत्त कॉमेडी में धूम मचा चुके हैं।

संजय दत्त ने राजकुमार हीरानी व्दारा निर्देशित ’मुन्नाभाई सिरीज’ की दो फिल्मों  ’मुन्नाभाई एमबीबीएस’ (2003) और ’लगे रहो मुन्नाभाई’ (2006) में अपने कॉमेडी किरदारों को बड़ी शिद्दत के साथ निभाया। 

69 साल की उम्र में जब संजय दत्‍त की हीरो वाली पारी लगभग खत्‍म हो चुकी है, ऐसे में वह विलेन बनकर पर्दे पर छाए हुए हैं। कई उतार-चढ़ाव का सामना कर चुके एक्‍टर संजय दत्त ने अनेक फिल्‍मों में लीड हीरो के किरदार निभाने के बाद अब करियर के इस मोड पर बॉलीवुड के साथ  साउथ फिल्मों में खलनायक के किरदार निभाते हुए नई पारी का आगाज़ किया है।

नेगेटिव रोल निभाते हुए न केवल संजय दत्त बेहद उत्‍साहित हैं बल्कि खुश भी हैं। संजय दत्त  अपने ‘विलेन अवतार’ से ऑडियंस के दिलों में खास जगह बना चुके है।

संजय दत्‍त एक बार फिर इसी ‘विलेन अवतार’ के साथ अपकमिंग हॉरर-कॉमेडी फिल्‍म  ‘द राजा साब’ में साउथ स्‍टार प्रभास से दो दो हाथ करने आ रहे हैं।

इस साल रिलीज एक और हॉरर-कॉमेडी फिल्म ‘द भूतनी’ (2025) में संजय दत्‍त मौनी रॉय, पलक तिवारी, सनी सिंह के साथ  नजर आए थे। फिल्म में मौनी रॉय भूतनी के किरदार में थीं जबकि संजय दत्त ने एक मॉर्डन तांत्रिक का किरदार निभाया। यह फिल्‍म बुरी तरह फ्लाप साबित हुई थी।   

लेकिन संजय दत्‍त के फैंस को यकीन है कि वे फिल्‍म ‘द राजा साब’ में ‘द भूतनी’ की सारी कसर पूरी कर देंगे। इस फिल्‍म में उनकी एंट्री ने फैंस की एक्साइटमेंट काफी बढ़ा दी है।    ‘

‘द राजा साब’ के अलावा संजय दत्‍त के पास  कन्नड़ फिल्म ‘केडी द डेविल’ और बॉलीवुड फिल्‍म ‘बाप’ व ‘वेलकम टू जंगल’ भी है।  

सुभाष शिरढोनकर

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