कहानी लेख उसका मंदिर October 13, 2022 / October 13, 2022 by डॉ० शिबन कृष्ण रैणा | Leave a Comment रोज़ की तरह आज भी राजरानी की आँख जल्दी खुल गई। जरा-सी भी आहट किए बिना उसने दरवाजा खोला और वह बाहर बरामदे में आ गई। कमरे में अंदर पड़े-पड़े उसका जी घुट रहा थ। गेट तक दो बार चक्कर काटकर वह बरामदे में लगी कुर्सी पर बैठ गई। पास पड़ोस के घरों के दरवाजें […] Read more » उसका मंदिर