कविता एक ॐकार सतनाम बांकी सब सिर्फ नाम July 8, 2022 / July 8, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकएक ॐकार सतनाम, बाकी सब सिर्फ नाम,एक ॐ उच्चार सत सत्व सद् सत्य काम! एक ॐ अनाहत अनहद नाद, बांकी आहत,एक ॐ धुन निर्गुण एक ॐ ध्वनि शाश्वत! सारी ध्वनियां घर्षण से उपजती द्वंद्व आवाजएक ॐ आवाज है जो निकलती बिना साज! जब आहत होती प्रकृति ध्वनि निकलती तब,जब शांत होता व्योम तब […] Read more » एक ॐकार सतनाम बांकी सब सिर्फ नाम