कविता तुम बेटा नहीं, बेटी ही हो January 26, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकबड़ा कठिन है एक पिता के लिएपुत्र और कन्या में अंतर जान पानाएक किसान की तरह पिता भीनिष्काम भाव से विसर्जित करता है बीजरजस्वला धरती में बिना विचारेकि कौन सा बीज नर है/कौन सा नारायणी! दूर सोरीघर से आती किहूं-किहूं की पुकार काफी हैएक पिता के पितृसुख पाने के लिएपिता; पुत्र या कि […] Read more » तुम बेटा नहीं बेटी ही हो