लेख समाज साहित्य चित्तौड़ ऋणी है व भारत को गर्व है पन्ना गूजरी के त्याग पर January 27, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment असीम वेदना के साथ पन्ना गूजरी महल से बाहर निकली अपने पुत्र चंदन से हाथ धोकर और अपनी असीम वेदना को अपने हृदय में समेटकर पन्ना चित्तौड़ के राजभवनों से बाहर निकली। उसे असीम वेदना थी पर वह अपने पथ से ना तो विचलित थी और ना ही उसे कोई घबराहट थी। हमारी इस मान्यता […] Read more » Featured चित्तौड़ ऋणी है व भारत को गर्व है पन्ना गूजरी पन्ना गूजरी के त्याग पर