कविता साहित्य बिम्ब के कवि अलविदा! March 27, 2018 by आशुतोष माधव | 1 Comment on बिम्ब के कवि अलविदा! सुनहरे परों वाले दो पक्षी संसार-विटप पर बैठे खैनी मल रहे हैं साक्षीभाव की पतोहू ताज़े गोबर से चौका लीप रही है ज्ञानमार्ग की मँझली बुआ झरोखे से बतकुच्चन में मस्त हैं नादयोग की माई आँगन में बैठी अरहर पछोर रही हैं विवर्तवाद और प्रत्यभिज्ञा सत्कार्यवाद के साथ आइस-पाइस खेल रहे हैं बछिया के मूत्र […] Read more » Featured kedarnath singh poet केदारनाथ सिंह