महत्वपूर्ण लेख विविधा हिन्द-प्रंशात क्षेत्र में भारत की भूमिका January 9, 2018 / January 9, 2018 by दुलीचंद कालीरमन | Leave a Comment दुलीचन्द रमन समय बदलता है तो परिवर्तन हर जगह दिखाई देता है। अंतराष्ट्रीय संबंध भी इससे अछूते नही है। कभी विश्व स्तर पर अमेरिका और सोवियत संघ के रूप में शक्ति के दो केन्द्र थे। बाकी के देशों ने अपनी सुविधानुसार अपने-अपने पाले चुन लिये थे। संघर्ष का केन्द्र भी अमूमन यूरोप ही था। नाटो […] Read more » prashant mahasagar भारत की भूमिका हिन्द-प्रंशात क्षेत्र