साहित्य एकलव्य का अंगूठा September 18, 2012 / September 17, 2012 by अब्दुल रशीद | Leave a Comment अब्दुल रशीद सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक उत्कृष्ठ अध्यापक थे। अध्यापक से राष्ट्रपति बने।शिक्षकों का महत्व बढाने के लिये उनके जन्मदिन को ‘ शिक्षक दिवस ‘ के रूप मे मनाया जाता है।पारम्परिक त्यौहारों की तरह कुछ औपचारिक आयोजनो के साथ शिक्षक दिवस शासकीय व प्राइवेट शिक्षण संस्थानो मे इस वर्ष भी मना लिया गया।आर्दशों की खुब बातें […] Read more » Teachers Day
विविधा शिक्षक दिवस पर विशेष/ ‘प्रोफेसर मुखर्जी मानवीय संबंधों को भी जीते थे’ September 5, 2011 / December 6, 2011 by गंगानन्द झा | 5 Comments on शिक्षक दिवस पर विशेष/ ‘प्रोफेसर मुखर्जी मानवीय संबंधों को भी जीते थे’ गंगानन्द झा आज शिक्षक दिवस है। मैं प्रोफेसर मुखर्जी को स्मरण कर रहा हूँ। उन दिनों शिक्षक दिवस नहीं हुआ करता था। लोग अपनी किसीके प्रति अपनी व्यक्तिगत कृतज्ञता और श्रद्धा की भावनाओं को अभिव्यक्त करने में सहज संकोच अनुभव करते थे। “सॉरी” और “थैंक यू” कहने का चलन अभी नहीं उभरा था। पचास के […] Read more » Teachers Day शिक्षक दिवस
विविधा कभी शिक्षक के ऋण से उऋण नहीं हो सकता शिष्य September 5, 2011 / December 6, 2011 by जगमोहन फुटेला | 1 Comment on कभी शिक्षक के ऋण से उऋण नहीं हो सकता शिष्य जगमोहन फुटेला हुकमचंद खुराना जी छठी से दसवीं क्लास तक मेरे टीचर थे. दिन में स्कूल में. रात को गाँव में अपने घर पे. उन दिनों टीवी का सिग्नल सत्तर फुट का एंटीना लगा के भी नहीं था. रेडियो पे कमेंटरी सुना सुना के क्रिकेट और सुरेश सरैय्या की अंग्रेजी से अवगत उन ने कराया. […] Read more » Teachers Day शिक्षक दिवस
विविधा गुरू-शिष्य संबंधः नए रास्तों की तलाश September 5, 2011 / December 6, 2011 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment शिक्षक दिवस ( 5 सितंबर) पर विशेषः अध्यापकों का विवेक और रचनाशीलता भी है कसौटी पर संजय द्विवेदी शिक्षक मनुष्य का निर्माता है। एक शिक्षक की भूमिका बच्चों को साक्षर करने से ही खत्म नहीं हो जाती बल्कि वह अपने छात्रों में आत्मबल, आदर्श, नैतिक बल, सच्चाई, ईमानदारी, लगन और मेहनत की वह मशाल भी […] Read more » Teachers Day शिक्षक दिवस शिक्षा
कविता शिक्षक दिवस पर विशेष कविता / स्वयं का कर फिर तू संधान September 5, 2011 / December 6, 2011 by डॉ. अरुण कुमार दवे | 1 Comment on शिक्षक दिवस पर विशेष कविता / स्वयं का कर फिर तू संधान डॉ. अरुण कुमार दवे हे जनमन के नायक , राष्ट्र के उन्नायक आपको शत शत नमन | आप देश और समाज की तरक्की के एकमात्र आधार है| आपकी महिमा अपरंपार है| हे गुरुवर ! हे आचार्य ! हे शिक्षक प्रवर! आप अपनी गरिमा को पुनर्प्रतिष्ठत करें ; माँ भारती की झोली सुख-समृद्धि से भरें| […] Read more » Teachers Day शिक्षक दिवस