बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ

—विनय कुमार विनायक
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
आँख में पट्टी बाँधनेवाली अंधी बनी गांधारी होती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
कुन्ती होती एक सुन्दर वधू सारे पुत्रों में बाँट देती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
कैकई होती अपने लड़के के लिए पति से लड़ लेती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
यशोदा होती पुत्र को अल्प वय में रास रचाने देती
जिस बच्चे का बाप अंधा हो
उसकी माँ को हमेशा आँखें खोलकर रखनी चाहिए
जिस बच्चे का बाप जिंदा हो
उसको बाप के होने का सदा अहसास होना चाहिए
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
अपने बच्चों को पिता से शत्रुता करना सिखा देती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
अपने बच्चों को प्रशंसा का मीठा जहर पिला देती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
बच्चों को अनुशासित नहीं कर पाती बर्बाद कर देती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
बच्चों की बुराई परख नहीं पाती कमी पर पर्दा डालती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
बहुत नासमझ होती बच्चों की रक्षा में हत्या कर देती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
बच्चों के लिए पिता का अनुशासन छीन उसे हीन करती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
कौशल्या नहीं होती, कैकई हो दूसरे पुत्र का हक मारती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
पुत्र भरत सा अंधा प्यार करती अवैध अधिकार चाहती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
बच्चे के समझदार होने पर भरत का तिरस्कार झेलती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
अंततोगत्वा अपने बच्चों के लिए बहुत ही बेकार होती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
अपनी ही गलती से बच्चों को हकमार कौरव बना देती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
बच्चों की बर्बादी का ठीकरा पति व भगवान पर फोड़ती
बहुत अधिक प्यार करनेवाली माँ
अपने सतीत्व दंभ पर बच्चों को विजेता बनाना चाहती!
—विनय कुमार विनायक

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