आजकल सच्चा मित्र कौन है

नित्य नियम से मदिरा पान कराये,
आजकल तो सच्चा मित्र वही है |

दुःख दर्द में जो दारु पिलाये,
सच्चा मित्र तो आज वही है |

पिला कर जो नाली से निकाले ,
उस जैसा कोई मित्र नहीं है |

मधुशाला का नित्य निमन्त्रण,
जो देता है अच्छा मित्र वही है |

व्यथित ह्रदय हो पीड़ा तब ,
थोड़ी सी पिला दे मित्र वही है |

मधु पात्रो में मदिरा भर कर ,
स्ट्रांग पैग बना दे मित्र वही है |

मदिरा के साथ काजू खिला दे ,
बिन कहे पैग बना दे मित्र वही है |

सुरा से बेसुध हो जाऊ तब ,
मेरे घर पहुँचा दे मित्र वही है |

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम मो 9971006425

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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