भगवान श्रीराम के सर्वप्रिय वनवासी-आदिवासी समाज के कल्याण हेतु आगे आएं: विहिप

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वेद मंत्रों के काव्यानुवाद “साम अथर्व वेद शतक” का विमोचन

नई दिल्ली। मई 28, 2017. भगवान श्री राम के सर्व प्रिय समाज, जिनके साथ चौदह वर्ष रह कर उन्होंने उनके कल्याण हेतु कार्य किए, दुर्भाग्य से वह आज अभावग्रस्त अवस्था में जी रहा है. विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री विनोद बंसल ने समाज का आह्वान करते हुए यह भी कहा कि सभी राम भक्त मिलकर भगवान श्री राम के आदर्शों पर चलते हुए समाज के हर दलित या पिछड़े व्यक्ति की सेवार्थ तन मन धन से आगे आए. सृष्टि के आदि ग्रंथ वेदों के मंत्रों को सर्वग्राह्य व आसान तथा रोचक तरीके से पाठकों तक पहुंचाने के उद्देध्य से इस अवसर पर आज कच्छ गुजरात के युवा संत दर्शनाचार्य स्वामी शांतानंद सरस्वती तथा वैदिक विदुषी श्रीमती विमलेश बंसल “आर्या” द्वारा लिखित साम अथर्ववेद शतक नामक पुस्तक का विमोचन भी किया।

अखिल भारतीय दयानंद सेवाश्रम संघ के 36वें वनवासी वैचारिक क्रांति शिविर के इस समापन अवसर पर राष्ट्रीय जन-जाति आयोग की उपाध्यक्षा श्रीमती अनुसुइया उड़के ने कहा कि वनवासी क्षेत्रों के लोगों को अधिकार दिलाने में अभी तक अनेक प्रयास हुए हैं किन्तु अभी भी बहुत कुछ किए जाने की आवश्यकता है. भारत के सुदूर वनवासी गिरिवासी आदिवासी व अति पिछड़े क्षेत्रों में चल रही भोले-भाले लोगों के धर्मांतरण की गतिविधियों पर भी समाज को सचेत रहना होगा जिससे कोई उनका शोषण न कर सके. उन्होंने कहा कि वनवासी कल्याण आश्रम, एकल विद्यालय तथा स्वामी दयानंद के शिष्यों की निगरानी में शिक्षा व सेवा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण का जो कार्य चल रहा है उसके परिणाम अब दिखने लगे हैं।

नई दिल्ली के कन्स्टिट्यूशन क्लब स्थित मावलंकर सभागार में पुस्तक की भूमिका  प्रस्तुत करते हुए विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री विनोद बंसल ने कहा कि सोसल मीडिया के व्हाट्स एप सम्वाद के माध्यम से वेदों के मन्त्रों का सरल भाषा में प्रस्तुति का जोकाम लेखकों ने किया है, वह एक अनुकरणीय पहल है। भाषा की सरलता और काव्य की रोचकता के साथ मन्त्रों की सटीक व्याख्या इस पुस्तक की विशेषता है। इस तरह की पुस्तकें जब सर्व सुलभ होंगी तभी सच्चे अर्थों में चारों वेदों के ज्ञान को हम विश्व के कोने कोने में ले जाने में समर्थ होंगे।

विहार झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिमी बंगाल, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, असम व अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों से आये लगभग 200 छात्र छात्राओं ने संस्कार शिक्षा राष्ट्रभक्ति एवम चरित्र निर्माण हेतु 15 दिन तक भाग लिया। इस अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री सुरेश कुलकर्णी, दयानंद सेवाश्रम संघ के प्रधान महाशय धर्मपाल आर्य, महामंत्री श्री जोगेंद्र खट्टर, शिविर संयोजक आचार्य दया सागर व जीव बर्धन शास्त्री, दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष श्री धरमपाल आर्य तथा महामंत्री श्री विनय आर्य सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारी व अनेक राज्यों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

भाजपा उपाध्यक्ष श्री श्याम जाजू जहां कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे तो वहीं आर्य जगत के प्रसिद्ध विद्वान आचार्य वागीश मुख्य वक्ता थे। यह शिविर प्रतिवर्ष की भांति पश्चिमी दिल्ली के रानी वाग स्थित आर्य समाज मन्दिर में सम्पन्न हुआ।
भवदीय

 

विनोद बंसल

(राष्ट्रीय प्रवक्ता)

विश्व हिन्दू परिषद)

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