आज नारी कितनी आजाद है,यह नारी स्वयं ही बतायेगी |

आज नारी कितनी आजाद है,यह नारी स्वयं ही बतायेगी |
नारी भी समाज का अंग है,यह सत्यता स्वयं ही बतायेगी ||

मिले है नारी को समान अधिकार ,क्या उपयोग कर पाती है ?
नारी ने नर का जन्म दिया है,फिर भी समाज में छटपटाती है ||

आजाद भारत की नारी क्या आजाद है, प्रश्न उभर कर आ रहा |
सोच रहे सभी इस प्रश्न पर,क्या कोई इसका उत्तर निकल रहा ||

कहने को नारी आजाद है,पर समाज में वास्तव में आजाद नहीं |
हर बात पर पुरुष पर निर्भर है,उसकी आज्ञा बिना निकलती नहीं ||

मिला है समानता का अधिकार सभी को, पर नारी को मिला नहीं |
जब तक समाज न दे मान्यता,लिखने का कोई इसका अर्थ नहीं ||

करना है नारी को आजाद ,तो पहले उसको आजाद करना होगा |
बनाकर शिक्षित उसको आर्थिक रूप से भी आजाद करना होगा ||

नारी जब तक स्वयं न उठेगी,तब तक आजादी न मिल पायेगी |
वर्ना इस भारत में वह कई वर्षो तक गुलामी में जकड़ी जायेगी ||

इसलिए मोदी ने भारत को बेटी बचाओ बेटी पढाओ दिया नारा है |
“आजाद भारत में आजाद करो नारी को” ये सबको लगाना नारा है ||

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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