कविता आँखें ये भर गई। June 14, 2019 / June 14, 2019 | Leave a Comment उत्थान देख गांव की आँखें ये भर गई। हालात देख गांव की आँखें ये भर गई। नाली, खड़ंजे छोड़ो सब वो टूटे फूटे हैं दालान देख मुखिया की आँखें ये भर गई। महिला को चुना मुखिया था इस भोली जनता ने देखा पति -परधान तो आँखें ये भर गई। भीतर वो अपने बंगले में रक्खा […] Read more » full of eyes village
कविता जब जागो तभी सवेरा है June 10, 2019 | Leave a Comment हम क्या करें चारों तरफ अँधेरा है,हर तरफ मौत और खौफ का ही डेरा है।बीन बस आज बजाता है वो दिखावे का,आज साँपों से स्वयं मिल गया सपेरा है ।ख्वाब महलों का देख जुल्म पर कदम रखा ,छुआ तो देखा कि दलदल ये बहुत गहरा है ।हमने इन्सान को इन्सा समझ के प्यार किया ,मगर […] Read more »
कविता आओ ईद मनाये हम।। June 6, 2019 / June 6, 2019 | Leave a Comment प्यार,मोहब्बत वाले रिश्ते, आओ मिलके निभाये हम साथ मे होली,दीवाली और आओ ईद मनाये हम।। नफरत वाली राहें छोड़ो,प्यार मोहब्बत से सब जोड़ो राह गुनाहों का जो भी हो,उससे अपना नाता तोड़ो बैर भाव सब भूल छोड़ कर,सबको गले लगाये हम साथ मे होली,दीवाली और आओ ईद मनाये हम।। आसमान मे दिखा है चांद,दुआ करो […] Read more »
कविता डरता हूं June 2, 2019 / June 2, 2019 | Leave a Comment डरता हूं आने वाले समय से,जो भविष्य में भयंकर विपत्तियां लेकर आने वाला है।नर संहार ,शोषण, अत्याचार और भीषण रक्तपात होनेवाला है।धर्मवाद, जातिवाद , क्षेत्रवाद, प्रान्तवाद इन सबके पीछे आखिर कौन है?जब भी किसी से पूछता हूं कारण इस बात पर सब मौन हैं।तमाम सामाजिक कुरीतियों को देख कर मैं भीतर ही भीतर घुटता हूं ,जब […] Read more »
कविता बादल कब जल लायेगा। June 1, 2019 / June 1, 2019 | Leave a Comment मई जून का माह है ऐसा,लगे कि सब जल जायेगा इस गर्मी से हमे बचाने,बादल कब जल लायेगा।। कोई कहता उमस बढ़ी है,किसी के गर्मी सिर पे चढ़ी है खून किसी का उबल रहा है,किसी की बीपी सबपे बढ़ी है जो चिड़ियां दौड़ा करती थी,देखो कितनी सुप्त पड़ी है सोचूं कि जब आज है ऐसा,लेकर […] Read more »
कविता साहित्य वो छप्पर May 27, 2019 / May 27, 2019 | Leave a Comment वो छप्पर जिसके नीचे कभी चार जिन्दगियों का गुजारा हुआ करता था।जो जाड़े की गलन सेगर्मी की तपन सेबरसात की सीलन से उन्हें बचाता था।खुद धूप, ठंड , बरसात को झेलकर उन्हें सुरक्षित रखता था।छप्पर को सहारा देने वाले दोस्त जैसे थमले,उन पर होने वाले आँधियों के हमले।लेकिन फिर भी वो हमेशा छप्पर के साथ खड़ा रहता था,आँधियों […] Read more » poem on roof poetry roof
कविता आखिर वो मेरी पत्नी है May 22, 2019 / May 22, 2019 | Leave a Comment वो विरह वेदना सहती है, फिर भी न वो कुछ कहती है चाहें दिल में हो दर्द भरा, पर सदा प्रेम में बहती है वो सहनशील भी कितनी है,आखिर वो मेरी पत्नी है। जब भी बीमार मैं हो जाता, दादी के नुस्खे बतलाये दो और दो चार नही जोड़े, परिवार जोड़ना सिखलाये वो पढ़ी लिखी […] Read more » poem poetry poetry on wife
कविता बिछुड़न May 20, 2019 / May 20, 2019 | Leave a Comment अजय एहसास पास आ करके हमें दूर न होना आया, दूर हो करके तुमसे बस हमें रोना आया । तुम्हारी याद में पलकें हैं बन्द होके खुली, इन आँखों में नहीं नींद न सोना आया, दूर हो करके तुमसे बस हमें रोना आया । न जाने कौन सी घड़ी थी शक किया तुमनें, अपना कहने […] Read more » Love poem poetry sad poem separation split sweet poem
प्रवक्ता न्यूज़ मेरा ये सवाल है May 18, 2019 / May 18, 2019 | Leave a Comment मन में विचारों के द्वन्द्व से, प्रतिशोध या प्रतिद्वन्द्व से क्यों हृदय में उछाल है, मेरा ये सवाल है- मेरा ये सवाल है। कोई नहीं मिलता किसी से, हर वक़्त लड़तें हैं सभी से जाती और धर्म के नाम पर, क्यों हो रहा बवाल है मेरा ये सवाल है- मेरा ये सवाल है। नेताओं को […] Read more » asking asking with everyone my question to ask
साहित्य इसी गाँव चला आता है । May 15, 2019 / May 15, 2019 | Leave a Comment लौट के फिर क्यों इसी गाँव चला आता है ,छोड़ के शहर इसी गाँव चला आता है ।अब तो इस गांव से पतझड़ कभी नहीं जाता ,लेकर आँधी वो इसी गाँव चला आता है ।धर्म , मजहब है और जाति का फसाद यहाँ ,वक़्त बेवक्त इसी गाँव चला आता है ।कभी बुलाने पर सुनते नहीं […] Read more »
समाज कलयुगी बन जाइये May 14, 2019 / May 14, 2019 | Leave a Comment घोर कलयुग है भइये, समय के साथ चलिए कुछ बनों या ना बनों पर कलयुगी बन जाइये।। सारा हुनर कारीगरी, चालाकियां और होशियारी आपका अपना है सब, जब चाहें तब अपनाइये जब दूसरे की बात हो , मासूम सा बन जाइये कुछ बनों या ना बनों पर ,कलयुगी बन जाइये।। खुद न बंधना नियम से, […] Read more »
राजनीति धन्य हो भारत के मतदाता। May 6, 2019 / May 6, 2019 | Leave a Comment नाम तो आपने सुना ही होगा ‘स्विट्जरलैंड’। ऐसा देश जहाँ दुनियां का हर शादीशुदा जोड़ा अपना हनीमून मनाने के ख्वाब देखता हैं। बर्फीली वादियों से ढका ये देश सुंदरता की अद्भुत कृति है। हरियाली हो या बर्फ, आंखे जिधर भी जाये पलक झपकना भूल जाये। दुनिया का सबसे सम्पन्न देश हैं स्विट्जरलैंड! हर प्रकार से […] Read more » Indian Voters indian voters are great धन्य हो भारत के मतदाता।