राजनीति शख्सियत आज भी लोग देते हैं कल्याण के कुशल प्रशासन की मिसालें January 6, 2020 / January 6, 2020 | Leave a Comment (उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी के 88वें जन्मदिवस 05 जनवरी 2020 पर विशेष आलेख) उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी सन् 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ जनपद की अतरौली तहसील के मढ़ौली ग्राम के एक सामान्य किसान परिवार में हुआ। कल्याण सिंह के पिता का नाम तेजपाल सिंह लोधी और माता का नाम सीता देवी […] Read more » पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह
शख्सियत अटल जी की विराट आवाज और उनके किये महान कार्य हमेशा राष्ट्र के बीच अमर रहेंगे December 24, 2019 / December 24, 2019 | Leave a Comment (युग पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी के 95वें जन्मदिवस 25 दिसम्बर 2019 विशेष आलेख) भारत माँ के सच्चे सपूत, राष्ट्र पुरुष, राष्ट्र मार्गदर्शक, सच्चे देशभक्त ना जाने कितनी उपाधियों से पुकार जाता था भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को वो सही मायने में भारत रत्न थे। इन सबसे भी बढ़कर पंडित अटल बिहारी वाजपेयी […] Read more » Atal Bihari Bajpayee अटल जी
शख्सियत समाज आजाद भारत के पहले सन्यासी सांसद थे स्वामी ब्रह्मानंद जी December 3, 2019 / December 3, 2019 | Leave a Comment · बुंदेलखंड की अशिक्षा एवं पिछड़ेपन को दूर करने के लिए स्वामी ब्रह्मानंद जी का अहम् योगदान रहा · देश की आजादी और शिक्षा के क्षेत्र में अहम् योगदान रहा परमपूज्य स्वामी ब्रह्मानंद जी का स्वामी ब्रह्मानंद का व्यक्तित्व महान था। उन्होंने समाज सुधार के लिए काफी कार्य किए। देश की स्वतंत्रता के लिए उन्होंने जहां स्वयं […] Read more » परमपूज्य स्वामी ब्रह्मानंद जी
स्वास्थ्य-योग एड्स से बचाव ही एड्स का बेहतर इलाज December 1, 2019 / December 1, 2019 | Leave a Comment (विश्व एड्स दिवस 01 दिसंबर पर विशेष) एड्स का मतलब है उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण (Acquired Immune Deficiency syndrome) एड्स HIV मानवीय प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु (Human immunodeficiency virus) से होता है। जो कि मानव की प्राकृतिक प्रतिरोधी क्षमता को कमजोर करता है। एचआईवी शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता पर आक्रमण करता है। जिसका काम शरीर को संक्रामक […] Read more » world aids day 1 december विश्व एड्स दिवस विश्व एड्स दिवस 01 दिसंबर
मनोरंजन मांगलिक कार्य आरम्भ होने का दिन है ‘‘देवोत्थान एकादशी’’ November 7, 2019 / November 7, 2019 | Leave a Comment देवोत्थान एकादशी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कहते हैं। दीपावली के ग्यारह दिन बाद आने वाली एकादशी को ही प्रबोधिनी एकादशी अथवा देवोत्थान एकादशी या देव-उठनी एकादशी कहा जाता है। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव चार मास के लिए शयन करते हैं। इस बीच हिन्दू धर्म में कोई […] Read more » देवोत्थान एकादशी’
धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार मनोरंजन स्वच्छता व प्रकाश की प्रतीक दीपावली October 27, 2019 / October 27, 2019 | Leave a Comment दिवाली पर विशेष आलेख दिवाली या दीपावली हिंदुस्तान में मनाया जाने वाला एक प्राचीन पर्व है जो कि हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है, इसके पीछे पौराणिक मान्यता है कि दीपावली के दिन हिंदुओं के आराध्य अयोध्या के राजा श्री रामचंद्र अपने चौदह वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस लौटे थे। […] Read more » दीपावली
हिंदी दिवस हिंदी बिना हिन्दुस्तान अधूरा September 13, 2019 / September 13, 2019 | Leave a Comment (14 सितंबर 2019 हिंदी दिवस पर विशेष आलेख) हिंदी शब्द है हमारी आवाज का हमारे बोलने का जो कि हिन्दुस्तान में बोली जाती है। आज देश में जितनी भी क्षेत्रीय भाषाएँ हैं, उन सबकी जननी हिंदी है। और हिंदी को जन्म देने वाली भाषा का नाम संस्कृत है। जो कि आज देश में सिर्फ प्रतीकात्मक […] Read more » 14 सितंबर 2019 हिंदी दिवस
समाज शिक्षा का व्यवसायीकरण और बाजारीकरण देश के समक्ष बड़ी चुनौती September 6, 2019 / September 6, 2019 | Leave a Comment 05 सितंबर 2019 शिक्षक दिवस पर विशेष शिक्षक समाज में उच्च आदर्श स्थापित करने वाला व्यक्तित्व होता है। किसी भी देश या समाज के निर्माण में शिक्षा की अहम् भूमिका होती है, कहा जाए तो शिक्षक समाज का आइना होता है। हिन्दू धर्म में शिक्षक के लिए कहा गया है कि आचार्य देवो भवः यानी कि शिक्षक या आचार्य ईश्वर के समान होता है। यह दर्जा एक शिक्षक को उसके द्वारा समाज में दिए गए योगदानों के बदले स्वरुप दिया जाता है। शिक्षक का दर्जा समाज में हमेशा से ही पूज्यनीय रहा है। कोई उसे गुरु कहता है, कोई शिक्षक कहता है, कोई आचार्य कहता है, तो कोई अध्यापक या टीचर कहता है ये सभी शब्द एक ऐसे व्यक्ति को चित्रित करते हैं, जो सभी को ज्ञान देता है, सिखाता है और जिसका योगदान किसी […] Read more » Commercialization and marketization of education is a big challenge for the country शिक्षक दिवस शिक्षा शिक्षा का व्यवसायीकरण
लेख 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभायी थी वीरांगना अवंतीबाई लोधी ने August 14, 2019 / August 14, 2019 | Leave a Comment ब्रह्मानंद राजपूत आज भी भारत की पवित्र भूमि ऐसे वीर-वीरांगनाओं की कहानियों से भरी पड़ी है जिन्होंने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर देश के आजाद होने तक भिन्न- भिन्न रूप में अपना अहम योगदान दिया। लेकिन भारतीय इतिहासकारों ने हमेशा से उन्हें नजरअंदाज किया है। देश में सरकारों या प्रमुख सामाजिक संगठनों द्वारा […] Read more » FIRST freedom struggle Veerangana Avantibai Lodhi
राजनीति सुषमा स्वराज जी का जाना भारतीय राजनीति के लिए एक विराट शून्य August 8, 2019 / August 8, 2019 | Leave a Comment ०७ अगस्त की सुबह जैसे ही नींद खुली तो पता चला कि हम सब की प्रिय, दीदी श्रीमती सुषमा स्वराज जी चिर निंद्रा में थी, वो एक लम्बी यात्रा के लिए निकल चुकी हैं, लेकिन फर्क सिर्फ इतना है हम उन्हें देख नहीं सकते सिर्फ वो ही हमें देख सकती हैं। सुषमा जी इस दुनिया […] Read more » huge void for Indian politics Indian Politics Sushma Swaraj
लेख इसरो को फर्श से अर्श तक पहुंचाने में मिसाइल मैन डॉ. कलाम का अहम योगदान रहा (भारत रत्न डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम जी की चतुर्थ पुण्यतिथि 27 जुलाई 2019 पर विशेष July 29, 2019 / July 29, 2019 | Leave a Comment इसरो को फर्श से अर्श तक पहुंचाने में मिसाइल मैन डॉ. कलाम का अहम योगदान रहा (भारत रत्न डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम जी की चतुर्थ पुण्यतिथि 27 जुलाई 2019 पर विशेष ARTICLE) भारत माँ के सपूत, मिसाइल मैन, राष्ट्र पुरुष, राष्ट्र मार्गदर्शक, महान वैज्ञानिक, महान दार्शनिक, सच्चे देशभक्त ना जाने कितनी उपाधियों से […] Read more » abdul kalam khan ISRO from the floor to the sunshine
स्वास्थ्य-योग योग से खत्म होती है मनुष्य के अन्दर की नकारात्मकता June 21, 2019 / June 21, 2019 | Leave a Comment योग से खत्म होती है मनुष्य के अन्दर की नकारात्मकता (‘‘अंतर्राष्ट्रीययोगदिवस’’ 21 जून 2019 परविशेष) हरसालअंतर्राष्ट्रीययोगदिवस 21 जूनकोमनायाजाताहै।इससालपूरेविश्वमेंपंचम अंतर्राष्ट्रीययोगदिवसमनायाजाएगा।भारतदेशमेंयोगदिवसकाएकअपनाहीअलगमहत्त्वहै।योगभारतीयप्राचीनसंस्कृतिकीपरम्पराओंकोसमाहितकरताहै।भारतदेशमेंयोगकाप्राचीनसमयसेहीअहमस्थानहै।पतंजलीयोगदर्शनमेंकहागयाहैकि– योगश्चित्तवृत्तनिरोधःअर्थात्चित्तकीवृत्तियोंकानिरोधहीयोगहै।दूसरेशब्दोंमेंकहाजाएतोह्रदयकीप्रकृतिकासंरक्षणहीयोगहै।जोमनुष्यकोसमरसताकीऔरलेजाताहै।योगमनुष्यकीसमताऔरममताकोमजबूतीप्रदानकरताहै।यहएकप्रकारकाशारारिकव्यायामहीनहींहैबल्किजीवात्माकापरमात्मासेपूर्णतयामिलनहै।योगशरीरकोतोस्वस्थ्यरखताहैहीइसकेसाथ–साथमनऔरदिमागकोभीएकाग्ररखनेमेंअपनायोगदानदेताहै।योगमनुष्यमेंनये–नयेसकारात्मकविचारोंकीउत्पत्तिकरताहै।जोकिमनुष्यकोगलतप्रवृतिमेंजानेसेरोकतेहैं।योगमनऔरदिमागकीअशुद्धताकोबाहरनिकालकरफेंकदेताहै। साथ-साथ योग से मनुष्य के अन्दर की नकारात्मकता खत्म होती है।योगव्यक्तिगतचेतनाकोमजबूतीप्रदानकरताहै।योगमानसिकनियंत्रणकाभीमाध्यमहै।हिन्दूधर्म, बौध्दधर्मऔरजैनधर्ममेंयोगकोआध्यात्मिकदृष्टिसेदेखाजाताहै।योगमनऔरदिमागकोतोएकाग्ररखताहैहीसाथहीसाथयोगहमारीआत्माकोभीशुध्दकरताहै।योगमनुष्यकोअनेकबीमारियोंसेबचाताहैऔरयोगसेहमकईबीमारियोंकाइलाजभीकरसकतेहैं।असलमेंकहाजातेतोयोगजीवनजीनेकामाध्यमहै। श्रीमद्भागवतगीतामेंकईप्रकारकेयोगोंकाउल्लेखकियागयाहै।भगवदगीताकापूराछठाअध्याययोगकोसमर्पितहै।इसमेयोगकेतीनप्रमुखप्रकारोंकेबारेमेंबतायागयाहै।इसमेंप्रमुखरूपसेकर्मयोग, भक्तियोगऔरज्ञानयोगकाउल्लेखकियागयाहै।कर्मयोग– कार्यकरनेकायोगहै।इसमेंव्यक्तिअपनेस्थितिकेउचितऔरकर्तव्योंकेअनुसारकर्मोंकाश्रद्धापूर्वकनिर्वाहकरताहै।भक्तियोग– भक्तिकायोग।भगवान्केप्रतिभक्ति।इसेभावनात्मकआचरणवालेलोगोंकोसुझायाजाताहै।औरज्ञानयोग– ज्ञानकायोगअर्थातज्ञानअर्जितकरनेकायोग।भगवतगीताकेछठेअध्यायमेंबतायेगएसभीयोगजीवनकाआधारहैं।इनकेबिनाजीवनकीकल्पनानहींकीजासकती।भगवद्गीतामेंयोगकेबारेमेंबतायागयाहैकि – सिद्दध्यसिद्दध्योसमोभूत्वासमत्वंयोगउच्चते।अर्थात्दुःख–सुख, लाभ–अलाभ, शत्रु–मित्र, शीतऔरउष्णआदिद्वन्दोंमेंसर्वत्रसमभावरखनायोगहै।दुसरेशब्दोंमेंकहाजाएतोयोगमनुष्यकोसुख–दुःख, लाभ–अलाभ, शत्रु–मित्र, शीतऔरउष्णआदिपरिस्थितिओंमेंसामानआचरणकीशक्तिप्रदानकरताहै।भगवान्श्रीकृष्णनेगीतामेंएकस्थलपरकहाहै ‘योगःकर्मसुकौशलम’ अर्थातयोगसेकर्मोमेंकुशलताआतीहैं।वास्तवमेंजोमनुष्ययोगकरताहैउसकाशरीर, मनऔरदिमागतरोताजारहताहै।औरमनुष्यप्रत्येककाममनलगाकरकरताहै। 27 सितंबर 2014 कोप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीनेसंयुक्तराष्ट्रमेंअपनेपहलेसंबोधनमेंअंतरराष्ट्रीययोगदिवसमनानेकीजोरदारपैरवीकीथी।इसप्रस्तावमेंउन्होंने 21 जूनको ‘‘अंतरराष्ट्रीययोगदिवस’’ केरूपमेंमान्यतादिएजानेकीबातकहीथी।मोदीकीइसपहलका 177 देशोंनेसमर्थनकिया।संयुक्तराष्ट्रमहासभाके 69वेंसत्रमेंइसआशयकेप्रस्तावकोलगभगसर्वसम्मतिसेस्वीकारकरलिया।और 11 दिसम्बर 2014 कोकोसंयुक्तराष्ट्रमें193 सदस्योंद्वारा 21 जूनको ‘‘अंतर्राष्ट्रीययोगदिवस’’ कोमनानेकेप्रस्तावकोमंजूरीमिली।प्रधानमंत्रीमोदीकेइसप्रस्तावको 90 दिनकेअंदरपूर्णबहुमतसेपारितकियागया, जोसंयुक्तराष्ट्रसंघमेंकिसीदिवसप्रस्तावकेलिएसबसेकमसमयहै।पहलाअंतर्राष्ट्रीययोगदिवस 21 जून 2015 कोमनायागयाऔरपूरेविश्वमेंधूमधामसेमनायागया।इसदिनकरोड़ोंलोगोंनेविश्वमेंयोगकियाजोकिएकरिकॉर्डथा। योगदिवसमें ‘सूर्यनमस्कार’ व ‘ओम’ उच्चारणकाकुछमुस्लिमसंगठनविरोधकरतेरहेहैं।असलमेंकहाजाएतो ‘ओम’ शब्दयोगकेसाथजुड़ाहुआहै।इसेविवादमेंतब्दीलकरनादुर्भागयपूर्णहै।लेकिनइसेहरकिसीपरथोपाभीनहींजासकता।इसलिएयोगकरतेसमयलोगोंको ‘ओम’ उच्चारणकोअपनीधार्मिकमान्यताकीआजादीकेअनुसारप्रयोगकरनाचाहिए।अगरकिसीकाधर्मओमउच्चारणकीआजादीनहींदेतातोउन्हेंबिनाओमजापकेयोगकरनाचाहिए।लेकिनयोगकोकिसीएकधर्मसेजोडकरविवादपैदानहींकरनाचाहिए।आजकेसमयमेंयोगकोभारतकेजन–जनतकयोगकोपहुँचानेमेंयोगगुरुबाबारामदेव, आध्यात्मिकगुरुश्रीश्रीरविशंकरसहितअनेकोंऐसेमहापुरुषोंकाअहम्योगदानहै।इनकेयोगकेक्षेत्रमेंयोगदानकीवजहसेहीआजभारतकेघर–घरमेंप्रतिदिनयोगहोताहै। भगवद्गीताकेअनुसार – तस्माद्दयोगाययुज्यस्वयोगःकर्मसुकौशलम।अर्थात्कर्त्व्यकर्मबन्धकनहो, इसलिएनिष्कामभावनासेअनुप्रेरितहोकरकर्त्तव्यकरनेकाकौशलयोगहै।योगकोसभीलोगोंकोसकारात्मकभावसेलेनाचाहिए।कोईभीधर्म–सम्प्रदाययोगकीमनाहीनहींकरता।इसलिएलोगोंकोयोगकोविवादमेंनहींघसीटनाचाहिए।योगबुध्दिकुशग्रबनाताहैऔरसंयमबरतनेकीशक्तिदेताहै।योगकीजितनीधार्मिकमान्यताहै।उतनाहीयोगस्वस्थ्यशरीरकेलिएजरूरीहै।योगसेशरीरतोस्वस्थ्यरहताहैहीसाथहीसाथयोगचिंताकेभावकोकमकरताहै।औरमनोबलभीमजबूतकरताहै।योगमानसिकशान्तिप्रदानकरताहैऔरजीवनकेप्रतिउत्साहऔरऊर्जाकासंचारकरताहै।योगमनुष्यमेंसकारात्मकतातोबढाताहैही, साथहीसाथशरीरकीप्रतिरोधकक्षमताभीबढाताहै।इसलिएलोगोंकोइसतनावभरेजीवनसेमुक्तिपानेकेलिएयोगकरनाचाहिए।औरदूसरेलोगोंकोभीप्रेरितकरनाचाहिए।जिससेकिअधिकसेअधिकलोगोंकोइसकालाभमिलसके। – ब्रह्मानंद राजपूत, आगरा. (Brahmanand Rajput) Dehtora, Agra On twitter @33908rajput On facebook – facebook.com/rajputbrahmanand E-Mail- brhama_rajput@rediffmail.com Mob/ WhatsApp – 08864840607 Read more » end the negativity importance of yoga yoga day