हिंद स्वराज गाँधी जी – कल, आज और कल : इसरार अहमद November 1, 2009 / December 26, 2011 | 3 Comments on गाँधी जी – कल, आज और कल : इसरार अहमद शायद ही कोई ऐसा भारतीय होगा जो गाँधी जैसे महान व्यक्तित्व वाले महापुरुष को नहीं जानता और तस्वीर को पहचानता न होगा. यह भारत और भारत-वासीयो का सौ- भाग्य था जो उनके जैसा सर्व गुण संपन महापुरुष मिला जिसने भारत की तस्वीर और इतिहास बदल दिया. उनके और उनके दुवारा बनाई हुए एक संघठन (जिसमे […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
प्रवक्ता न्यूज़ स्मोकिंग/ध्रूमपान August 10, 2009 / December 27, 2011 | 1 Comment on स्मोकिंग/ध्रूमपान पिछले सप्ताह मै अपने टीवी पर एक बहुत ही रोमांचित करने वाली फिल्म देख रहा था उस फिल्म के एक सीन को देखकर मुझको यह लेख लिखने का ख्याल आया. फिल्म का सीन था, जिसमे नायक रजनीकांत जो अपने हाथो से सिगरेट को आसमान में उछालते है और फिर अपनी बन्दूक से उस पर फायर […] Read more » Smoking ध्रूमपान ध्रूमपान
विविधा Das ka Bharam : दश का भरम August 3, 2009 / December 27, 2011 | Leave a Comment प्रिय पाठको, यह लेख लिखने का विचार मेरे मन मे टीवी पर आने वाले एक रियलिटी शो देखकर आया जिसको पेश कर रहे है हर जवा दिलो के प्यारे या यू कह सकते है हर जवा लड़की और लड़को के दिलो की धड़कन – सलमान खान . आखिर यह DAS KA BHARAM या दस की […] Read more » Das ka Bharam
लेख Share with Care : शेयर विथ केयर July 21, 2009 / December 27, 2011 | 1 Comment on Share with Care : शेयर विथ केयर धन कमाने की लालसा, (उत्साह, ख्वाहिश) शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जिसमे न हो आज तो चारो तरफ वातावरण धनामय हो चूका है पूरब हो या पश्चिम, उत्तर हो या दक्षिण धन की वर्षा तो हर तरफ हो रही है ! कोई वैधानिक अथवा कोई अवैधानिक तरीके से भोली भली जनता को धन कूबैर […] Read more » Share with Care
लेख The True Beauty : द ट्रुथ इज ब्यूटी July 20, 2009 / December 27, 2011 | 4 Comments on The True Beauty : द ट्रुथ इज ब्यूटी The True Beauty: ब्यूटी शब्द यानि सुन्दरता यानि आकर्षण से भरा हुवा शब्द.यह वो जादूई (तिलिस्म) शब्द है जिसे सुनते ही इंसान के दिमाग में एक अजीब सी हरकत पयदा (जन्म जन्म लेती है) हो जाती है. Read more » The True Beauty
समाज पहचान – एक संघर्ष : Pehchaan – Ek Sangharsh July 19, 2009 / December 27, 2011 | 6 Comments on पहचान – एक संघर्ष : Pehchaan – Ek Sangharsh जब से इस धरती पर चाहे इंसान हो या जानवर आया है वह अपनी पहचान के लिए हमेशा संघर्ष करता रहा है .अगर हम पुराण काल (पाषाण काल, पत्थर का युग) तब भी वे अपनी पहचान के लिए संघर्ष, जन्म से मरण तक हर जीवित वास्तु अपना अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष पे संघर्ष करता […] Read more » Pehchaan – Ek Sangharsh पहचान – एक संघर्ष
समाज प्यार – द अल्टिमेट च्वाइस June 24, 2009 / December 27, 2011 | 10 Comments on प्यार – द अल्टिमेट च्वाइस प्यार है ना चौकाने वाला शब्द जो रिश्तो को दिखता है जो आपको-हमको और हम सब को जीने की राह दिखता है आज हो या अतीत नवीन हो या पुराण Read more » Love प्यार