राजनीति चुनाव सुधार को नया सूरज बनाना होगा April 8, 2019 / April 8, 2019 | Leave a Comment -ललित गर्ग- लोकसभा चुनाव 2019 की सरगर्मियां उग्र से उग्र होती जा रही है, राष्ट्र में आज ईमानदारी एवं निष्पक्षता हर क्षेत्र मंे अपेक्षित है, पर चूँकि अनेक गलत बातों की जड़ चुनाव है इसलिए वहां इसकी शुरूआत इस समय सर्वाधिक अपेक्षित है। बीते कुछ महीनों में चुनाव सुधार को लेकर देशभर में तमाम तरह […] Read more »
समाज क्यों भारत खुशहाल देशों में नीचे हैं? March 24, 2019 / March 24, 2019 | 3 Comments on क्यों भारत खुशहाल देशों में नीचे हैं? -ललित गर्ग-संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2019 में भारत का स्थान 140वां है जबकि पिछले साल वह 133वें स्थान पर था। इस तरह यह गंभीर चिंता की बात है कि हम प्रसन्न समाजों की सूची में पहले की तुलना और नीचे आ गये हैं। आगामी लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों एवं शोरशराबे […] Read more » Happiness index india at low in happiness index
राजनीति एक सार्थक पहल और सख्त सन्देश March 1, 2019 / March 1, 2019 | Leave a Comment – ललित गर्ग-पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान की बहानेबाजी एवं आतंकवाद को लगातार प्रोत्साहन एवं पल्लवन देने की स्थितियों को देखते हुए यह आवश्यक हो गया था कि उसे न केवल सबक सिखाया जाए, बल्कि यह संदेश भी दिया जाए कि भारत अब उसकी चालबाजी में आने वाला नहीं है। इसके लिये भारतीय वायुसेना ने […] Read more » एक सार्थक पहल और सख्त सन्देश पुलवामा हमले सार्थक पहल
पर्यावरण यह समृद्धि का कैसा विकास है? February 17, 2019 / February 18, 2019 | 1 Comment on यह समृद्धि का कैसा विकास है? ललित गर्ग व्यक्ति, समाज एवं राष्ट्र के विकास को नापने का एक ही पैमाना है और वह है समृद्धि। व्यक्ति का विकास मतलब व्यक्ति की समृद्धि और देश का विकास मतलब देश की समृद्धि। समृद्धि का भी अर्थ निश्चित और सीमित कर दिया गया है। पैसों और संसाधनों का अधिकाधिक प्रवाह ही समृद्धि का अर्थ […] Read more »
समाज बालिकाओं की घटती संख्या की त्रासदी February 10, 2019 / February 10, 2019 | Leave a Comment -ललित गर्ग देश में हुई 2016 की जनगणना में लड़कों की तुलना में लड़कियों की घटती संख्या के आंकडे़ चैंकाते ही नहीं बल्कि दुखी भी करते हैं। जिस तरह से लड़के-लड़कियों का अनुपात असंतुलित हो रहा है, उससे ऐसी चिन्ता भी जतायी जाने लगी है कि यही स्थिति बनी रही तो लड़कियां कहां से लाएंगे? […] Read more »
समाज लोकतंत्र के महाकुंभ पर धुंधलके क्यों? January 28, 2019 / January 28, 2019 | Leave a Comment ललित गर्गअप्रैल-मई 2019 में संभावित लोकसभा चुनाव को देखते हुए अनेक प्रश्न खडे़ हैं, ये प्रश्न इसलिये खड़े हुए हैं क्योंकि महंगाई, बेरोजगारी, बेतहाशा बढ़ते डीजल-पेट्रोल के दाम, आदिवासी-दलित समाज की समस्याएं, भ्रष्टाचार आदि समस्याओं के समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाये गये। आज भी आम आदमी न सुखी बना, न समृद्ध। […] Read more » महाकुंभ लोकतंत्र
राजनीति कठिन है राजनीतिक उजालों की तलाश January 15, 2019 / January 15, 2019 | Leave a Comment ललित गर्ग आगामी लोकसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में गठबंधनों की राजनीति के नित-नये रंग उभर रहे हैं। सभी राजनीतिक दल चुनाव परिणामों की संभावनाओं की समीक्षा के पश्चात गलतियों को सुधारते हुए जीत को तलाशने में जुट गये हैं। अनेक विरोधाभासों एवं विसंगतियों के बीच राजनीतिक उजालों को तलाशा जा रहा है। सभी दलों के […] Read more »
आर्थिकी आर्थिक मोर्चे पर भारत की सुदृढ़ता January 11, 2019 / January 11, 2019 | Leave a Comment -ललित गर्ग एक बार फिर विश्व बैंक ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था घोषित किया है। जबकि उसने वर्ष 2021 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था में गिरावट का पुर्वानुमान जारी किया है। हमारी अर्थव्यवस्था का दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्था एवं मंदी से अप्रभावित अर्थव्यवस्था होना, देश के लिये एक सुखद अहसास […] Read more »
आर्थिकी आर्थिक आरक्षण की सुबह का होना January 11, 2019 / January 11, 2019 | Leave a Comment नरेन्द्र मोदी सरकार ने आर्थिक निर्बलता के आधार पर दस प्रतिशत आरक्षण देने का जो फैसला किया है वह निश्चित रूप से साहिसक कदम है, एक बड़ी राजनीतिक पहल है। इस फैसले से आर्थिक असमानता के साथ ही जातीय वैमनस्य को दूर करने की दिशा में नयी फिजाएं उद्घाटित होंगी। निश्चित ही मोदी सरकार ने […] Read more » economical reservation आर्थिक आरक्षण
राजनीति भाजपा को नये रास्ते बनाने होंगे January 1, 2019 / January 1, 2019 | 1 Comment on भाजपा को नये रास्ते बनाने होंगे -ललित गर्ग-जबसे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की कमजोर स्थिति सामने आयी है, एक शीर्ष वर्ग पार्टी के भीतर थोड़ा ठहरकर अपने बीते दिनों के आकलन और आने वाले दिनों के लिये नये धरातल को तैयार करने की वकालत करने लगा है। इन पांच राज्यों के चुनाव के परिणाम एवं लोकसभा चुनाव की […] Read more » bjp BJP to make new ways भाजपा
राजनीति विपक्षी एकता के नये परिदृश्य December 11, 2018 / December 11, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग- पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव परिणामों ने कांग्रेस को एक नयी ऊर्जा दे दी है। अब कांग्रेस और देशभर की विभिन्न क्षेत्रीय पार्टियों के गठबन्धन को संगठित होने का एक सकारात्मक परिवेश इन चुनावों ने दिया है। सोमवार को राजधानी में आयोजित अपनी बैठक में कांग्रेस एवं विपक्षी दलों ने संदेश दिया है […] Read more » अराजकता डा. राम मनोहर लोहिया बेरोजगारी विपक्षी एकता के नये परिदृश्य व्यापारिक
समाज हिंसा से जख्मी होती राष्ट्रीय अस्मिता November 28, 2018 / November 28, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग- दिल्ली के द्वारका में नरभक्षी होने की अफवाह के चलते लोगों ने अफ्रीकी नागरिकों पर हमला कर दिया था। एक अन्य घटना में बेकाबू भीड़ ने पीट-पीटकर आटो ड्राइवर अविनाश कुमार की हत्या कर दी और दो अन्य को भी इतना पीटा कि वे अस्पताल में जिन्दगी के लिए जंग लड़ रहे हैं। […] Read more » अफ्रीकी नागरिकों पुलिस भारतीय समाज भीड़तंत्र भेड़तंत्र हिंसा से जख्मी होती राष्ट्रीय अस्मिता