समाज आओ एक नयी दुनिया बसाये July 5, 2018 / July 5, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग आज का मनुष्य भूलभूलैया में फंसा हुआ है। यदि देखा जाये तो संसार का विस्तार यानी सुविधावादी और भौतिकवादी जीवनशैली एक प्रकार की भूलभूलैया ही है। भोग के रास्ते चारों ओर खुले हुए हैं। धन, सत्ता, यश और भोग – इन सबका जाल बिछा है और यह जान इतना मजबूत है कि एक […] Read more » Featured अकर्तव्य आओ एक नयी दुनिया बसाये धन पवित्रता-अपवित्रता यश और भोग सत्ता सार-असार
समाज अच्छाई को जीने के लिये तैयारी चाहिए July 2, 2018 / July 2, 2018 | 1 Comment on अच्छाई को जीने के लिये तैयारी चाहिए – ललित गर्ग – अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था कि दुनिया एक बेहद खतरनाक जगह है। उन लोगों की वजह से नहीं, जो बुरा करते हैं, बल्कि लोगों के कारण जो कुछ नहीं करते।’ अब तो इंसान ही नहीं, बल्कि जानवर भी बदल रहे हैं, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले की पर्यावरणशास्त्री केटलिन गेनर इस पर […] Read more » Featured अच्छाई को जीने के लिये तैयारी चाहिए आतंकवाद कष्ट डाॅक्टर भी नकली दवा भी नकली दानदाता भी नकली भिखारी भी नकली भ्रष्टाचार विपत्तियां हिंसा
राजनीति समाज रामायाण सर्किट का निर्णय एक सार्थक दिशा June 28, 2018 / June 28, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग धार्मिक-आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने देश में रामायण सर्किट बनाने की दिशा में पहल की है। यह राजनीति में नया सकारात्मक प्रचलन है जिससे हिन्दू पयर्टन को प्रोत्साहन मिलेगा। भारतीय जनता पार्टी और उनकी सरकार न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि समूचे देश में […] Read more » Featured आध्यात्मिक-धार्मिक योगी आदित्यनाथ रामायाण सर्किट का निर्णय एक सार्थक दिशा श्रीराम हिंदू आस्था
विश्ववार्ता तुर्की में लोकतंत्र के सूरज का अस्त होना June 27, 2018 / June 27, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग- तुर्की एक लोकतांत्रिक राष्ट्र हैं, जहां हाल में सम्पन्न हुए चुनावों ने लोकतंत्र को कमजोर कर दिया है, इन चुनावों ने एक झकझोरने वाला सवाल खड़ा किया है कि क्या व्यक्ति-विशेष को सर्वशक्तिमान बनाकर लोकतंत्र की नींव को जर्जर नहीं किया गया है? सच्चे लोकतंत्र में व्यक्ति-विशेष नहीं बल्कि जनता को शक्तिशाली बनाने […] Read more » Featured आजादी तुर्की में लोकतंत्र के सूरज का अस्त होना धार्मिक धु्रर्वीकरण न्यायपालिका की स्वतंत्रता पीपुल्स पार्टी मीडिया की स्वतंत्रता
समाज भीड़तंत्र का हत्यारा बन जाने का दर्द June 14, 2018 / June 14, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के चंदगांव में सोशल मीडिया पर फैलाये जा रहे फर्जी मेसेज पर यकीन करके भीड़ द्वारा दो लोगों को पीट-पीट के हत्या कर दिये जाने का मामला सामने आया है। इससे पहले असम के कार्बी आंग्लोंग जिले में भीड़ ने बच्चा चोरी के संदेह में पेशे से साउंड इंजीनियर […] Read more » Featured आग्रही पकड़ गौमांस खाने भीड़तंत्र का हत्यारा बन जाने का दर्द भीड़तंत्र हिंसक मुसलमान विचारधारा स्वार्थी सोच ने हत्याकांड देश
कहानी स्व-प्रेरणा की मिसालों से बनता समाज June 12, 2018 / June 12, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग कहते हैं कि जिसके सिर पर कुछ कर गुजरने का जुनून सवार होता है तो फिर वो हर मुश्किल हालात का सामना करते हुए अपनी मंजिल को हासिल कर ही लेता है। ऐसे लोग अपने किसी भी काम के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं होते बल्कि वो आत्मनिर्भर होकर अपने सभी कामों को […] Read more » Featured उत्तरप्रदेश छत्तीसगढ़ जिजीविषा मणिपुर रायपुर राष्ट्र समाज सरकार संस्था व संविधान ईमानदारी स्व-प्रेरणा की मिसालों से बनता समाज
राजनीति नौकरशाही में नये प्रयोग की सार्थकता June 11, 2018 / June 11, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नया भारत निर्मित करना चाहते हैं, इसके लिये देश के प्रशासनिक क्षेत्र को सशक्त बनाने एवं नौकरशाही को दक्ष, प्रभावी एवं कार्यकारी बनाने की तीव्र आवश्यकता है। नौकरशाही को प्रभावी, सक्षम एवं कार्यक्षम बनाने और उसमें नए तौर-तरीकों को समाहित करने के इरादे से संयुक्त सचिव पद के स्तर पर […] Read more » Featured आर्थिक मामले की सार्थकता कृषि नवीकरणीय ऊर्जा नागरिक उड्डयन और वाणिज्य नौकरशाही में नये प्रयोग पर्यावरण पोत परिवहन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्व वित्तीय सेवा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सामाजिक व राष्ट्रीय ढांचे
शख्सियत बिरसा मुंडा आज भी प्रासंगिक हैं June 6, 2018 / June 6, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे क आदिवासी नेता और लोकनायक थे जिन्होंने भारत के झारखंड में अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया। काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को चुनौती ही […] Read more » Featured अशिक्षा और बेरोजगारी आडम्बरों एवं अंधविश्वासों आदिवासी गरीबी झारखंड बिरसा मुंडा आज भी प्रासंगिक हैं ब्रिटिश हुकूमत भारतीय इतिहास रूढ़ियों
राजनीति समाज बस्तों का बोझ कम करने का सराहनीय उपक्रम June 5, 2018 / June 5, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग शिक्षा के निजीकरण के दौर में बस्ते का बोझ हल्का करने की बात एक सपना बन कर रह गयी, बच्चों के मानसिक तनाव को कम करने के प्रयास निरर्थक होते नजर आने लगे एवं बच्चों का बचपन लुप्त होने लगा, ऐसे जटिल हालात में सरकार ने स्कूली बच्चों के पाठ्यक्रम का बोझ कम […] Read more » Featured का सराहनीय उपक्रम पांचवीं कक्षा बच्चों बस्तों का बोझ कम करने विद्यार्थियों शिक्षा के निजीकरण होमवर्क
समाज संकट जीवन को गढ़ते हैं June 5, 2018 / June 5, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग संकट जीवन का सहचर है, वह सबके साथ चलता है। लेकिन आदमी संकट के नाम से ही घबड़ाता है। संकट का आभास होते ही वह उससे बचने के उपाय करने लगता है। लेकिन संसार में शायद ही ऐसे व्यक्ति का जन्म हुआ हो जिसने संकटों का सामना न किया हो। संकट तो जीवंत […] Read more » Featured इतिहास खुशी या उदासी गढ़ते हैं शक्ति का जागरण संकट जीवन
राजनीति नेतृत्व के प्रश्न पर गहराता धुंधलका June 2, 2018 | 1 Comment on नेतृत्व के प्रश्न पर गहराता धुंधलका ललित गर्ग- आज जबकि देश और दुनिया में सर्वत्र नेतृत्व के प्रश्न पर एक घना अंधेरा छाया हुआ है, निराशा और दायित्वहीनता की चरम पराकाष्ठा ने वैश्विक, राजनीति, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक नेतृत्व को जटिल दौर में लाकर खड़ा कर दिया है। समाज और राष्ट्र के समुचे परिदृश्य पर जब हम दृष्टि डालते हैं तो हमें […] Read more » Featured आध्यात्मिक और राष्ट्रीय नेतृत्व आर्थिक धार्मिक नये राष्ट्र नये समाज नेतृत्व के प्रश्न पर गहराता धुंधलका राजनैतिक सामाजिक
राजनीति उपचुनाव में एक बार फिर मतदाता मुखर हुआ June 1, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग भारत के लोकतन्त्र की सबसे बड़ी विशेषता यह रही है कि चुनाव के समय मतदाता ही बादशाह होता है। इस समय राजनेताओं के भाग्य का फैसला करने का अधिकार उसी को होता है। हमने यह बात सत्तर वर्षीय लोकतंत्र के जीवन में एक बार नहीं, बल्कि अनेक बार देखी है। जब-जब इन मतदाताओं […] Read more » Featured उपचुनाव में एक बार फिर छत्तीसगढ़ और राजस्थान जोकीहाट उपचुनाव प. बंगाल में ममता भारत मतदाता मुखर हुआ मध्य प्रदेश मीठी गूंज लोकतन्त्र