विविधा शख्सियत देश की आन बान व शान के रक्षक शहीद उधम सिंह जी January 2, 2017 | 1 Comment on देश की आन बान व शान के रक्षक शहीद उधम सिंह जी -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। आज शहीद ऊधम सिंह (जन्म 26-12-1899, मृत्यु 31-7-1940, जीवन 40 वर्ष 7 महीने 5 दिन) की 117 वीं जयन्ती है। ऊधम सिंह जी हमें पंजाब की धरती सुनामख् संगरूर से मिले थे जहां से हमें विगत एक शताब्दी में लाला लाजपत राय, स्वामी श्रद्धानन्द, सरदार भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जी […] Read more » शहीद उधम सिंह जी
समाज क्या जात-पात मिटाई जा सकती है? January 2, 2017 | Leave a Comment आर्यसमाज की पहली पीढ़ी के विद्वानों में एक विद्वान प्रो. सन्तराम जी बी.ए. भी हुए हैं। आप स्वामी श्रद्धानन्द जी के समकालीन थे। आपने अनेक ग्रन्थों का प्रणयन किया। पं. गुरुदत्त ग्रन्थावली के हिन्दी अनुवादक भी आप ही थे। इस समय आपकी एक लघु पुस्तक हमारे सम्मुख है। इस पुस्तक का प्रकाशन श्री रवीन्द्र कुमार […] Read more » ‘क्या जात-पात मिटाई जा सकती है?’
धर्म-अध्यात्म वेद की आज्ञा मनुर्भव और कृण्वन्तो विश्वमार्यम् के आदर्श पालक महर्षि दयानन्द January 2, 2017 | 1 Comment on वेद की आज्ञा मनुर्भव और कृण्वन्तो विश्वमार्यम् के आदर्श पालक महर्षि दयानन्द मनमोहन कुमार आर्य वेद ईश्वरीय ज्ञान है। ईश्वर प्रदत्त ज्ञान होने के कारण वेद पूर्णतः तर्क व युक्ति संगत होने के साथ विज्ञान के अनुकूल भी हैं। वेदों में ‘मनुष्य को मनुष्य बनने’ की शिक्षा है। मनुष्य का अर्थ होता है मननशील होना। क्या हम मननशील हैं? मननशील मनुष्य मनन अर्थात् सत्य व असत्य का […] Read more » महर्षि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म मनुष्य के पतन का एक मुख्य कारण लोभ की प्रवृत्ति December 31, 2016 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य काम, क्रोध, लोभ व मोह मनुष्य के प्रबल शत्रु हैं जो मनुष्य का जीवन नष्ट कर देते हैं। मनुष्य मदिरा के नशे की भांति जीवन में इनके वशीभूत रहता है। इनसे बचने का उपास केवल अविद्या का नाश है जिसके अनेक उपाय हैं, परन्तु बहुत से लोगों को इन उपायों का ज्ञान […] Read more » मनुष्य के पतन लोभ की प्रवृत्ति
धर्म-अध्यात्म स्वाध्याय और ईश्वरोपसना December 31, 2016 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य स्वाध्याय का ईश्वरोपसना से क्या कोई सम्बन्ध है? इस प्रश्न पर विचार करना आवश्यक है क्योंकि मनुष्य के जीवन से इसका गहरा सम्बन्ध है। प्रायः सभी मतों के लोग ईश्वरोपासना करते हैं परन्तु सद्ग्रन्थों के स्वाध्याय से पृथक रहते हैं। उन्हें परिवार व अन्यत्र जो उपासना बता दी जाती है, उसी को […] Read more » ईश्वरोपसना स्वाध्याय
धर्म-अध्यात्म हम सब ईश्वर की सन्तान हैं व ईश्वर हमारा सच्चा माता व पिता है December 29, 2016 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हमारे माता-पिता कौन हैं? जन्म देने वाले व उसमें सहायक को माता-पिता कहते हैं। हमें अपनी माता से जन्म मिलता है, वह हमारा निर्माण करती है, इसलिए वह हमारी माता कहलाती है। पालन करने से पिता कहलाता है। माता-पिता तो हमारे जन्म में सहायक होते हैं किन्तु हमारा शरीर बनाना और उसमें […] Read more » ईश्वर की सन्तान ईश्वर हमारा सच्चा माता व पिता
धर्म-अध्यात्म ईश्वर के मुख्य गुण, कर्म व स्वभाव December 29, 2016 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य महर्षि दयानन्द सरस्वती (1825-1883) ने अपने सत्यार्थ प्रकाश आदि ग्रन्थों में ईश्वर के स्वरूप पर व्यापक रूप से प्रकाश डाला है। इसके आधार पर हम ईश्वर के गुण, कर्म व स्वभाव को भी जान सकते हैं। यह हम सभी का आवश्यक कर्तव्य भी है, इसलिए कि जिस ईश्वर ने हमारे लिए इस […] Read more » ईश्वर
धर्म-अध्यात्म गुरुकुल गौतमनगर दिल्ली में चतुर्वेद ब्रह्म पारायण यज्ञ एवं वार्षिकोत्सव सोत्साह सम्पन्न December 23, 2016 | Leave a Comment दिल्ली में चतुर्वेद ब्रह्म पारायण यज्ञमनमोहन कुमार आर्य गुरुकुल गौतमनगर दिल्ली देश का वैदिक संस्कृत शिक्षा का एक प्रमुख केन्द्र है जो विगत 83 वर्षों से अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए कार्य कर रहा है। यहां प्रत्येक वार्षिकोत्सव पर वेद पारायण यज्ञ किये जाते हैं। इस वर्ष यहां 37 वां चतुर्वेद ब्रह्म पारायण यज्ञ […] Read more » दिल्ली में चतुर्वेद ब्रह्म पारायण यज्ञ
धर्म-अध्यात्म स्वामी दयानन्द जी ने वेद पढ़ने का सबको अधिकार दिलवायाः डा. महेश विद्यालंकार’ December 21, 2016 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य गुरुकुल गौतमनगर, दिल्ली आर्यों का तीर्थ स्थल है। प्रत्येक वर्ष दिसम्बर के महीने में यहां वार्षिकोत्सव आयोजित किया जाता है। अनेक वर्षों से यहां वार्षिकोत्सव के अवसर पर चतुर्वेद पारायण यज्ञों का अनुष्ठान भी किया जाता है। जैसा कि नाम से स्पष्ट है यह एक गुरुकुल है जहां वर्तमान में लगभग 150 […] Read more » डा. महेश विद्यालंकार
लेख साहित्य अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल और उनके तीन शहीद साथियों को सादर नमन और श्रद्धांजलि’ December 20, 2016 | 1 Comment on अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल और उनके तीन शहीद साथियों को सादर नमन और श्रद्धांजलि’ -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। आज ऋषि दयानन्द के शिष्य और आर्यसमाज के अनुयायी अमर शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल जी और उनके तीन साथी रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खां तथा राजेन्द्र सिंह लाहिड़ी का शहीदी दिवस अर्थात् पुण्य तिथि है। इन चार देशभक्त सपूतों को सन् 1927 में गोरखपुर की जेल में आज ही के दिन […] Read more » Featured अशफाक उल्ला खां राजेन्द्र सिंह लाहिड़ी रामप्रसाद बिस्मिल रोशन सिंह
धर्म-अध्यात्म पं. गंगाप्रसाद उपाध्याय रचित मनुस्मृति के प्रकाशन का सुखद समाचार December 13, 2016 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य आर्यसमाज की पहचान सत्य व प्रामाणिक धार्मिक व इतर ग्रन्थों के अध्ययनशील लोगों के रूप में होती है। संसार में आज जितने भी मत व पन्थ प्रचलित है, शायद किसी के पास इतना साहित्य नहीं है जितना कि वैदिक सनातन धर्मी आर्यसमाज के पास। दूसरे मतों के अनुयायी अपने एक व कुछ […] Read more » मनुस्मृति के प्रकाशन का सुखद समाचार
धर्म-अध्यात्म ईश्वर के यथार्थ स्वरूप को कौन जानता है? December 13, 2016 | Leave a Comment संसार में ईश्वर को मानने वाले और न मानने वाले दो श्रेणियों के लोग हैं। ईश्वर के अस्तित्व को न मानने वालों को नास्तिक कहते हैं। जो नास्तिक लोग हैं उनसे तो यह अपेक्षा की ही नहीं जा सकती है कि वह ईश्वर के सत्य स्वरूप जानते हैं। प्रश्न है कि जो ईश्वर को मानते हैं, क्या वह सब ईश्वर के सत्य स्वरूप को भी जानते हैं या नहीं? Read more » ईश्वर ईश्वर के यथार्थ स्वरूप ईश्वर के यथार्थ स्वरूप को कौन जानता है