टॉप स्टोरी विविधा बुद्धिजीवियों द्वारा अकादमी पुरस्कार वापस किए जाने के मायने October 18, 2015 / October 18, 2015 | Leave a Comment हाल ही में बुद्धिजीवियों द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कारों को लौटाये जाने का मामला सुर्खियों में है। बुद्धिजीवियों का ये तर्क है कि जब से नई सरकार ने अपना कार्य संभाला है तभी से सांप्रदायिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है। आपसी भाईचारे को छिन्न-भिन्न करने की साजिश की जा रही है। देश की कथित कट्टरपंथी […] Read more » Featured अकादमी पुरस्कार अकादमी पुरस्कार वापस किए जाने के मायने बुद्धिजीवियों द्वारा अकादमी पुरस्कार वापस किए जाने के मायने
राजनीति काहे की आजादी August 15, 2015 | Leave a Comment अनिल कुमार पाण्डेय भारत १५ अगस्त १९४७ को अंग्रेजों की दासता से मुक्त हुआ था। अंग्रेजों से राजनैतिक मुक्ति की ये ६९वीं वर्षगांठ है। आज देश को आजादी मिले सात दशक गुजर गये, बावजूद इसके आज भी हमारी मानसिकता का स्तर ठीक वैसा ही है जैसा कि आजादी के पहले का था। मानसिक गुलामी आज […] Read more » काहे की आजादी
विविधा समाज विनाश की ओर बढ़ती मानवता July 11, 2015 / July 16, 2015 | 1 Comment on विनाश की ओर बढ़ती मानवता 11 तारीख को मनाए जाने वाले विश्व जनसंख्या दिवस पर अनिल कुमार पाण्डेय विश्व जनसंख्या दिवस कोई साधारण दिवस नहीं, बल्कि सयुंक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। विश्व में सुपर सोनिक गति से बढ़ती जनसंख्या के प्रति लोगों में जागरुकता लाने के उद्देश्य से ही यह दिवस मनाया जाता है। ये बात […] Read more » विश्व जनसंख्या दिवस